इंदौर। विजयनगर थाना पुलिस ने पिछले दिनोंरेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उन आरोपियों की निशानदेही पर अभी भी आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है. इसी कड़ी में इंदौर की विजयनगर थाना पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त अभियान चलाते हुए 6 और बदमाशों को चिन्हित करते हुए हिरासत में लिया है और उनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है. वहीं बताया जा रहा है कि इन लोगों ने आरोपियों से रेमडेसिविर ब्लैक मे खरीदे थे.
बदमाशों पर पकड़ बनाती पुलिस
विजय नगर थाना पुलिस ने पिछले दिनों रेमड़ेसिविर इंजेक्शन के मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उसी मामले में लगातार पुलिस पकड़े गए आरोपियों से काफी बारीकी से पूछताछ कर रही है. वहीं तीन आरोपी गुजरात पुलिस की हिरासत में भी है, तो उनके आने के बाद कुछ और आरोपी की गिरफ्तारी भी पुलिस के द्वारा की जा सकती है. वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने छ: आरोपियों को चिन्हित करते हुए हिरासत में लिया है. पूर्व में पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर ही इन छह आरोपियों को पुलिस ने चिन्हित करते हुए पकड़ा है. बताया जा रहा है कि इन आरोपियों ने पकड़े गए आरोपियों से ब्लैक में 45 इंजेक्शन खरीदे थे. अब पुलिस इन आरोपियों से 45 इंजेक्शन के बारे में पूछताछ कर रही है और आने वाले समय में इस पूरे मामले में कुछ और आरोपियों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है.
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सुनील मिश्रा की कॉल डिटेल के आधार पर पकड़ा
पुलिस ने जिन छह आरोपियों को चिन्हित करते हुए हिरासत में लिया है. उनके बारे में यह बताया जा रहा है कि यह सुनील मिश्रा के संपर्क में थे और सुनील मिश्रा की कॉल डिटेल के आधार पर ही इन आरोपियों को चिन्हित करते हुए हिरासत में लिया है. वहीं सुनील मिश्रा से ही इन्होंने 45 इंजेक्शन ब्लैक में लिए थे. वहीं अब पुलिस पकड़े गए आरोपियों से इन 45 इंजेक्शनों के बारे में जानकारी जुटा रही है. यह भी जानकारी हाथ लगी है कि यह आरोपी इंजेक्शन को 8 से 10 हजार में मिला था और इसके बाद यह आरोपी इन इंजेक्शन को महंगे दामों में बेच दिया करते थे इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है.
एक टीम गुजरात रवाना
विजय नगर थाना पुलिस ने इस पूरे मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है. लेकिन तीन मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा, पुनित शाह और कौशल बोरा को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस की एक टीम गुजरात के लिए रवाना हो गई है और वहां पर पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है. वहीं यह भी प्रयास किया जा रहा है कि गुजरात में आरोपियों का रिमांड जैसे ही खत्म होगा. उसके बाद उन्हें रिमांड पर इंदौर लाया जाए. पुलिस वहीं पर मोर्चा डाले हुए हैं और लगातार गुजरात पुलिस के संपर्क में बनी है. वहीं गुजरात पुलिस के साथ मिलकर पकड़े गए मुख्य आरोपियों से पूछताछ भी कर रही है और वहां से जिस तरह से टीम पूछताछ कर रही है उसके बाद इंदौर की विजय नगर पुलिस उन्हें आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर रही है.
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बयान देने पहुंचे लोग
वहीं जैसे ही इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया और आरोपियों के फोटो जैसे ही सोशल मीडिया पर आए तो इन से जिन लोगों ने नकली इंजकेशन खरीदे थे. वह लोग भी पुलिस के पास बयान देने पहुंच रहे हैं. पिछले दिनों तक 50 ऐसे फरियादी, जिन्होंने इनसे असली इंजेक्शन खरीदने के चक्कर में नकली इंजेक्शन खरीद लिए थे. वह बयान देने पहुंचे और पूरे मामले में बयान देने पहुंच रहे हैं. वहीं अब इनकी संख्या में बढ़ोतरी होते हुए 60 के आसपास पहुंच चुकी है. जो भी व्यक्ति बयान देने पहुंच रहा है वह अलग अलग तरह की जानकारी पुलिस को दे रहा है. जांच पड़ताल में यह भी बात सामने आई कि इन लोगों से जिन लोगों ने नकली इंजेक्शन खरीदे थे उनका उपयोग करने के कारण तकरीबन 8 से 10 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है. पुलिस इस पूरे मामले में और भी काफी बारीकी से पूछताछ करने में जुटी हुई है और लगातार इन लोगों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने में जुटी है.
कंपनी में भेज कर की जाएगी जांच
अब इस पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक जितने भी नकली इंजेक्शन बरामद किए हैं. इनकी जांच पड़ताल करने के लिए कंपनी में भी भेजा जाएगा. आरोपियों के द्वारा असली रेमड़ेसिविर इंजेक्शन कंपनी के नाम पर नकली इंजेक्शन बाजार में खपाएं जा रहे थे. अब पुलिस कंपनी की भी सहायता लेगी और आने वाले दिनों में इस पूरे मामले में कुछ और धाराओं में भी प्रकरण दर्ज किया जा सकता है.