इंदौर। इंदौर में बढ़ते अपराध के ग्राफ को देखते हुए शहर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किया गया है, लेकिन इसके बाद भी थाना प्रभारी अलर्ट नजर नहीं आ रहे हैं. जिन थाना प्रभारियों की नाइट में गश्त होती है वह नदारद रहते हैं. कभी देरी से आते हैं और कभी वे बहाना बना देते हैं. सप्ताह में एक दिन गश्त करने में भी उन्हें कष्ट हो रहा है(Indore police commissioner notice to TI). इसकी सूचना इंटेलिजेंस के माध्यम से पुलिस कमिश्नर को मिली. जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने नदारद रहने वाले थाना प्रभारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
थाना प्रभारियों को कमिश्नर ने भेजा नोटिस: इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और जी-20 सम्मेलन को लेकर पुलिस जहां एक ओर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं, तो वहीं कुछ थाना प्रभारियों को रात्रि गश्त में लापरवाही बरतने को लेकर नोटिस जारी किया गया है. थाना प्रभारियों से जवाब तलब किया गया है. इंदौर में लगातार कई कार्यक्रम आयोजित किए जाना है, जिसमें वीवीआइपी का मूवमेंट शहर में रहेगा. इसी क्रम में जिन थाना प्रभारी की रात में गश्त लगाई जाती थी अब उन्हें रात्रि में दो बार गश्त पर आना होगा, लेकिन कुछ थाना प्रभारी स्वयं ना आते हुए अपने अधीनस्थ या फिर अन्य पुलिसकर्मियों को थाना क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंप कर रवाना हो जाते थे(Indore police station incharge not do patrolling). अब इसको लेकर आला अधिकारियों ने नाइट गश्त में रहने वाले थाना प्रभारियों की सूचना इंटेलिजेंस के माध्यम से पुलिस कमिश्नर को दी है. इस मामले में जांच कर 4 थाना प्रभारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
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इंटेलिजेंस विंग ने पुलिस कमिश्नर को दी जानकारी: पुलिस कमिश्नर सिस्टम जब से लागू हुआ है तब से इंदौर में एक इंटेलिजेंस विंग पुलिस अधिकारियों और थाना प्रभारियों की मॉनिटरिंग कर रही है. इसी के चलते इंटेलिजेंस को यह सूचना मिली थी कि थाना प्रभारी नाइट गश्त से नदारद रहते हैं, और उसी के आधार पर पूरे मामले की सूचना पुलिस कमिश्नर को दी गई. इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने इस पूरे मामले में नदारद रहने वाले थाना प्रभारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.