इंदौर। दुनियाभर के मंदिरों में देवी-देवताओं की पूजा के दौरान तरह-तरह के प्रसाद का भोग लगाने की परंपरा है. इंदौर के पित्रेश्वर हनुमान धाम की मान्यता है कि, हनुमान जी को मिष्ठान अति प्रिय है. यही वजह है कि पित्रेश्वर महादेव के तीसरे वार्षिक उत्सव के दौरान 5000 किलो मिठाई का महल तैयार किया गया. करीब 10 दिन की मेहनत से मथुरा, वृंदावन और कोलकाता के हलवाई द्वारा महल को 101 तरह की मिठाइयों से सजाया गया. इसे देखने प्रदेश भर के लोग मंगलवार को पित्रेश्वर धाम पहुंचे.
पित्रेश्वर धाम अपने भव्य रूप में उभरा: इंदौर का पित्रेश्वर हनुमान मंदिर धाम एक ऐसा अनूठा तीर्थस्थल है, जहां अष्ट धातु से 108 टन वजनी 71 फीट ऊंची और 54 फीट चौड़ाई की भव्य हनुमान प्रतिमा स्थापित की गई है. 125 कलाकारों ने 7 साल की मेहनत के बाद इसे तैयार किया था. यह प्रतिमा 28 फरवरी 2020 को यहां स्थापित की गई थी. इसके बाद से ही पित्रेश्वर धाम अपने भव्य रूप में उभर रहा है. यहां पित्र पर्वत पर पितरों की स्मृति में करीब 1 लाख पौधों का रोपण भी किया गया है.
101 मिठाई से तैयार हुआ पित्रेश्वर धाम: इस साल पित्रेश्वर महादेव का तृतीय वार्षिक महोत्सव मनाया गया. इस दौरान पित्रेश्वर हनुमान न्यास से जुड़े भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और वरिष्ठ विधायक रमेश मेंदोला यहां पहुंचे. इनके अगुवाई में मिठाई महल का निर्माण कराया गया. पित्रेश्वर हनुमान मंदिर प्रांगण में महल को तैयार करने के लिए पहले तो 101 तरह की मिठाइयां तैयार की गई. इसके बाद उन्हें हनुमान जी की प्रतिमा के आसपास महल के रूप में स्थापित किया गया. इतना ही नहीं हनुमान जी की पूरी प्रतिमा पर वस्त्रों से लेकर तमाम पूजन सामग्री को भी मिठाइयों से ही सजाया गया. महल की छत से लेकर दीवारें और गैलरी को तरह-तरह के मिठाइयों से सजाया गया. इसके अलावा मूर्ति के समक्ष बड़ी मात्रा में मिठाईयां पित्रेश्वर हनुमान जी को अर्पित की गई.
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भक्ति, ध्यान, भजन का संदेश देती है मिठाई: यह पहला मौका था जब इतनी बड़ी मात्रा में 101 तरह की मिठाइयां हनुमान जी को अर्पित की गई. इस मिठाई महल को देखने के लिए प्रदेशभर से श्रद्धालु मंगलवार को मंदिर पहुंचे. इस मौके पर परिसर में फूल बंगला भी सजाया गया था, जिसकी छटा देखते ही बनती थी. पूजन पाठ के बाद भगवान को अर्पित की गई मिठाइयों का वितरण शुरू हुआ. प्रसाद लेने के लिए भी भारी मात्रा में श्रद्धालु जुटे रहे. इस अवसर पर हनुमान धाम को भव्य आकर्षक तरीके से सजाया गया था. इस मौके पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, ईश्वर दर्शन, ध्यान और भजन से जीवन में मिठास आती है. मिठाई भी यही संदेश देती है. इस तरह का प्रयोग पहली बार हुआ है कि नहीं यह तो स्पष्ट नहीं है, लेकिन हनुमान जी जो करवाते हैं वह हो जाता है.