इंदौर। देशभर में शुक्रवार को गुरू पूर्णिमा का पर्व मनाया गया. इस दौरान देव स्थानों पर भी अपने आध्यात्मिक गुरुओं का भक्तों द्वारा विधि-विधान से पूजन किया गया. इंदौर के वेंकटेश मंदिर में सदियों से गुरू पूजन की परंपरा है, यहां हजारों शिष्यों ने वैष्णव परंपरा के आचार्य श्री विष्णु प्रपन्नाचार्य की चरण वंदना की. इस दौरान सभी ने गुरु के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प भी लिया.
दरअसल इंदौर के छतरी बाग स्थित वेंकटेश मंदिर में तिरुमला से अर्च अवतार विग्रह के रूप में भगवान वेंकटेश की स्थापना की गई है. जहां प्रतिवर्ष रथ यात्रा निकाले जाने की भी परंपरा है. यहां वैष्णव परंपरा के गुरु श्री विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज के सैकड़ों शिष्यों ने गुरु वंदना करते हुए पूजन किया. इस दौरान मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहा. वहीं भजन के मधुर स्वर लहरियों में भक्ति-भाव से गुरु पूजन किया गया.
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इस दौरान आचार्य श्री ने बताया की गुरु पर्व पर गुरुओं के पाद पूजा का विधान है. फल स्वरूप सैकड़ों शिक्षकों ने उन गुरु की पूजा की जिन्होंने उन्हें जीवन में सत मार्ग बताया है. गुरु श्री ने बताया कि इस गुरु पूर्णिमा पर सभी भक्तों को कोरोनावायरस की लहर से बचने का संदेश भी दिया गया है. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के आने में अब कम समय भी बचा है, ऐसे में सभी को जागरूकता के साथ एहतियात बरतना जरूरी है. जिससे देश में दोबारा पहले जैसी गतिविधियां संपन्न हो सकें. उन्होंने बताया कि वैष्णव संप्रदाय के विभिन्न तीर्थ क्षेत्र के प्रबंधन इसके लिए प्रयासरत हैं, जो अपने-अपने स्तर पर कोरोना के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहे हैं.