इंदौर। विभिन्न जटिल बीमारियों में एलोपैथिक इलाज का विकल्प बन रहे आयुर्वेदिक इलाज के लिए भारत सरकार सभी राज्यों में आयुर्वेद के एम्स शुरू करने जा रही है, हाल ही में दिल्ली के बाद गोवा में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना हुई है, वहीं जल्द ही हरियाणा के पंचकुला में भी अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान स्थापित किया जा रहा है. इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ संगठन ने अब आयुर्वेद के बढ़ते महत्व के फल स्वरुप जामनगर में आयुर्वेद के प्राचीन रिसर्च के 60 अध्ययन के लिए ट्रेडिशनल रिसर्च सेंटर स्थापित किया है.
एलोपैथिक एम्स की तरह ही आयुर्वेद के एम्स शुरू: इंदौर पहुंचे ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद नई दिल्ली के प्रोफेसर महेश व्यास के मुताबिक, भारत सरकार अब आयुर्वेद की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों को कारगर इलाज के लिए प्राथमिकता दे रही है. यही वजह है कि आयुष मंत्रालय द्वारा अब एलोपैथिक एम्स की तरह ही नए सिरे से आयुर्वेद के एम्स शुरू करने जा रहा है. आयुष मंत्रालय के मुताबिक, "आयुर्वेद के एम्स सभी प्रदेशों में खोले जाने हैं, इसकी शुरुआत दिल्ली के बाद गोवा में एम्स की स्थापना के साथ हुई है. इसके अलावा हरियाणा के पंचकुला में भी एम्स आयुर्वेद स्थापित किया जा रहा है."
MP जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए ग्वालियर DRD और Bhopal AIIMS अधिकृत
जामनगर में होगा आयुर्वेद का पारंपरिक रिसर्च: दुनिया भर में आयुर्वेद के इलाज के बढ़ते महत्व के चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अब भारत में आयुर्वेद के पारंपरिक और प्राचीन उपचार पद्धतियों पर शोध कार्य करने का फैसला किया है. इसके लिए जामनगर में बाकायदा रिसर्च सेंटर की स्थापना की गई है, जहां आयुर्वेद की प्राचीन जड़ी बूटियों के अध्ययन के साथ जटिल बीमारियों में इलाज पर रिसर्च होगा.