इंदौर। शहर के बेलेश्वर मंदिर में हुए हादसे के बाद बावड़ी में रेस्क्यू अभी भी जारी है. हालांकि नगर निगम प्रशासन का कहना है कि बावड़ी से अंतिम डेड बॉडी निकाली जा चुकी है. इसके बाद भी बावड़ी की पूरी गाद छानी जाएगी, जिससे साफ हो सके कि अब वहां कोई शव नहीं बचा है. प्रशासन, पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के अलावा सेना ने रेस्क्यू चलाया. ये रेस्क्यू 24 घंटे चला. अभी भी बावड़ी की गहराई में जांच की जा रही है. इस हादसे में कुल 36 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. वहीं 18 लोगों को इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है, जहां से दो लोगों की डिस्चार्ज कर दिया गया है.
मदद के लिए बढ़े हाथ : इस भयावह हादसे में इंदौर के पटेल समाज के समाज के 11 लोग मौत के मुंह में समा गए. जैसे ही ये जानकारी पटेल समाज के लोगों को लगी तो वे घटनास्थल पर दौड़े. इसके बाद समाज के लोगों ने एमवाय अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिजनों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए. पटेल समाज के लोगों ने इकट्ठा होकर अंतिम संस्कार करने के लिए सामग्री वितरित की. पटेल समाज के 11 लोग भी मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचे थे. इनमें 10 महिलाएं थीं. इन 11 लोगों के शव बावड़ी से मिले हैं. पटेल समाज ने तय किया है कि इन सबी शवों का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाएगा.
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नगर निगम की कार्रवाई शुरू : इस बीच हादसे को लेकर ईटीवी भारत को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी, वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए महापौर ने बिल्डिंग अधिकारी एवं रिमूव अधिकारी को कार्रवाई नहीं करने के चलते सस्पेंड करने की सिफारिश की है. महापौर का कहना है कि पूरे शहर में जहां पर भी बावड़ियों व कुआं पर इस तरह से अवैध तरीके से निर्माण होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.इसके अलावा इस हादसे में घायलों को हरसंभव मदद की जाएगी.