इंदौर। डीआईजी ने पुलिस के लिए जीरो टॉलरेंस पर काम करने की गाइडलाइन जारी की है. अब देखना होगा कि गाइडलाइन का असर थाने पर किस तरह से होता है. इंदौर में कई थाना प्रभारियों के साथ ही पुलिसकर्मियों के रिश्वतखोरी के मामले सामने आ रहे थे, उसे देखते हुए इंदौर डीआईजी ने ये नई गाइडलाइन जारी की है. इंदौर में कई थाना प्रभारियों के साथ ही पुलिसकर्मियों के रिश्वतखोरी के संगीन मामले सामने आ रहे थे, जिसके चलते कई थाना प्रभारियों और पुलिसकर्मियों पर डीआईजी ने कार्रवाई भी की है, अब डीआईजी ने ऐसे पुलिसकर्मियों पर नकेल कसने के लिए जीरो टॉलरेंस पर काम करने की गाइडलाइन जारी कर दी है.
पिछली दफा तेजाजी नगर, बाणगंगा व सिमरोल के थाना प्रभारी सहित थाने पर पदस्थ पुलिसकर्मियों पर रिश्वत लेने के साथ ही कई और भी आरोप लगे थे. जब डीआईजी ने पूरे मामले की जांच करवाई तो कई थाना प्रभारियों पर लगे आरोप सही साबित हुए. सिमरोल में तो खुद थाना प्रभारी की रिकॉर्डिंग लोकायुक्त ने टेप भी कर ली थी और लोकायुक्त ने कार्रवाई भी की थी.
इन्हीं सब मामलों को देखते हुए इंदौर डीआईजी ने सभी थाना प्रभारियों के साथ ही पुलिसकर्मियों को गाइडलाइन जारी की है और गाइडलाइन के तहत अब इंदौर पुलिस जीरो टॉलरेंस पर काम करेगी और यदि कोई भी पुलिसकर्मी या थाना प्रभारी इस गाइडलाइन पर काम नहीं करेगा तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी. वही इंदौर डीआईजी ने अधिकारियों की बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए हैं.
फिलहाल देखना होगा की आने वाले समय में इंदौर पुलिस, डीआईजी के आदेशों का किस तरह से पालन करती है. वहीं जिस तरह से इंदौर में लगातार रिश्वत व अन्य तरह के मामले सामने आ रहे हैं उसको देखते हुए खुद डीआईजी पूरे मामले की मॉनीटिरिंग भी कर रहे.