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फर्जी GST बिल के जरिए व्यापारियों के साथ की लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

इंदौर में लगातार ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. एक व्यापारी ने GST के नाम पर बिहार और राजस्थान के व्यापारियों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ की जा रही है.

Indore crime news
इंदौर क्राइम न्यूज
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Published : Mar 9, 2023, 4:29 PM IST

इंदौर। शहर में अपराध पर लगाम लगने की बजाय प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. यहां एक व्यापारी के साथ GST के नाम पर ठगी हो गई. मामले को लेकर फरियादी ने क्राइम ब्रांच पुलिस से न्याय की गुहार लगाई. ठगी का शिकार हुए व्यापारी की शिकायत मिलते ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि, आरोपी दुकान के जीएसटी नंबर का दुरुपयोग कर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था. जिसके कारण कई प्रदेश के व्यापारी परेशान हो रहे थे.

कई व्यापारी थे परेशान: व्यापारी रामनिवास विश्वकर्मा ने शिकायत में बताया कि, उसकी 60 फीट रोड सुखदेव विहार मे लक्ष्मी इंटरप्राइजेज के नाम से फर्नीचर की दुकान है. दुकान के GST नंबर का अन्य व्यक्ति दुरुपयोग कर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था. इस वजह से प्रदेश के बाहर के कई व्यापारी परेशान हो रहे थे. शिकायत पर इंदौर क्राइम ब्रांच ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की. इसी दौरान पुलिस को यह जानकारी लगी कि, आरोपी विकास बिसे इस वारदात को अंजाम दे रहा है.

पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा: आरोपी विकास को पुलिस ने गिरफ्तार कर जब पूछताछ की तो उसने बताया कि, 2020 में लक्ष्मी इंटरप्राइजेज के नाम से एग्रीकल्चर प्रोडक्ट सेल करने के लिए उसने कंपनी बनाई थी. प्रदेश के बाहर किसी भी व्यक्ति को एग्रीकल्चर प्रोडक्ट चाहिए होते तो इंटरनेट से उसकी जानकारी निकाल कर संपर्क करके आरोपी अपनी माता के नाम से बैंक खाता नंबर दे देता था. किसी व्यापारी के द्वारा जीएसटी नंबर मांगने पर आरोपी ने अपनी कंपनी के नाम की तरह इंटरनेट से फरियादी की कंपनी का जीएसटी नंबर प्राप्त कर लिया था. वह उन ग्राहकों को संबंधित कंपनी का जीएसटी नंबर दे देता था.

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कई व्यापारियों को लगाया था चूना: आरोपी ने बिहार के पटना में रहने वाले एक व्यापारी से 7500 और राजस्थान के एक व्यापारी से 12400 प्राप्त कर लिए थे. इसके बाद उनको ना प्रोडक्ट भेजा ना ही उनके पैसे वापस लौटया. जब व्यापारियों ने GST के आधार पर जांच की तो वह संबंधित फरियादी का निकला. इसके बाद फरियादी को पूरे मामले की जानकारी लगी तो इंदौर क्राइम ब्रांच से शिकायत की. क्राइम ब्रांच ने इस मामले में जांच कर आरोपी विकास को गिरफ्तार कर लिया है.

इंदौर। शहर में अपराध पर लगाम लगने की बजाय प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. यहां एक व्यापारी के साथ GST के नाम पर ठगी हो गई. मामले को लेकर फरियादी ने क्राइम ब्रांच पुलिस से न्याय की गुहार लगाई. ठगी का शिकार हुए व्यापारी की शिकायत मिलते ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि, आरोपी दुकान के जीएसटी नंबर का दुरुपयोग कर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था. जिसके कारण कई प्रदेश के व्यापारी परेशान हो रहे थे.

कई व्यापारी थे परेशान: व्यापारी रामनिवास विश्वकर्मा ने शिकायत में बताया कि, उसकी 60 फीट रोड सुखदेव विहार मे लक्ष्मी इंटरप्राइजेज के नाम से फर्नीचर की दुकान है. दुकान के GST नंबर का अन्य व्यक्ति दुरुपयोग कर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था. इस वजह से प्रदेश के बाहर के कई व्यापारी परेशान हो रहे थे. शिकायत पर इंदौर क्राइम ब्रांच ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की. इसी दौरान पुलिस को यह जानकारी लगी कि, आरोपी विकास बिसे इस वारदात को अंजाम दे रहा है.

पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा: आरोपी विकास को पुलिस ने गिरफ्तार कर जब पूछताछ की तो उसने बताया कि, 2020 में लक्ष्मी इंटरप्राइजेज के नाम से एग्रीकल्चर प्रोडक्ट सेल करने के लिए उसने कंपनी बनाई थी. प्रदेश के बाहर किसी भी व्यक्ति को एग्रीकल्चर प्रोडक्ट चाहिए होते तो इंटरनेट से उसकी जानकारी निकाल कर संपर्क करके आरोपी अपनी माता के नाम से बैंक खाता नंबर दे देता था. किसी व्यापारी के द्वारा जीएसटी नंबर मांगने पर आरोपी ने अपनी कंपनी के नाम की तरह इंटरनेट से फरियादी की कंपनी का जीएसटी नंबर प्राप्त कर लिया था. वह उन ग्राहकों को संबंधित कंपनी का जीएसटी नंबर दे देता था.

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कई व्यापारियों को लगाया था चूना: आरोपी ने बिहार के पटना में रहने वाले एक व्यापारी से 7500 और राजस्थान के एक व्यापारी से 12400 प्राप्त कर लिए थे. इसके बाद उनको ना प्रोडक्ट भेजा ना ही उनके पैसे वापस लौटया. जब व्यापारियों ने GST के आधार पर जांच की तो वह संबंधित फरियादी का निकला. इसके बाद फरियादी को पूरे मामले की जानकारी लगी तो इंदौर क्राइम ब्रांच से शिकायत की. क्राइम ब्रांच ने इस मामले में जांच कर आरोपी विकास को गिरफ्तार कर लिया है.

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