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इंदौर और धार में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी, मामले की जांच करने सीबीआई की टीम पहुंची इंदौर

मध्य प्रदेश के इंदौर और धार में निवेश के नाम पर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई थी. इन मामलों की जांच करने के लिए सीबीआई की टीम इंदौर पहुंची है. टीम ने केस की डायरी का अवलोकन शुरू कर दिया है.

Crores of fraud in Indore and Dhar
इंदौर और धार में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी
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Published : Apr 28, 2023, 8:43 AM IST

इंदौर। जिले में एक के बाद एक धोखाधड़ी की वारदात सामने आ रही हैं. इसी क्रम में तकरीबन कुछ साल पहले इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के साथ ही एमआईजी और धार जिले के थाना क्षेत्र में एक बड़ी धोखाधड़ी की घटना सामने आई थी. पूरे ही मामले में पुलिस ने संबंधित लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया. वहीं, प्रकरण दर्ज करने के बाद इस पूरे मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है. अब तीनों ही मामलो में सीबीआई के द्वारा जांच की जाएगी. जांच के लिए सीबीआई की टीम इंदौर पहुंची है.

कई आरोपी हुए गिरफ्तार: बता दें कि कुछ साल पहले जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम 2019 के तहत एरोड्रम पुलिस ने भूपेंद्र तेली, जगदीश तेली, नेपाल सिंह, अनिल आहूजा, विक्रम राजपूत, किशन सिंह एवं देवेंद्र मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था. वहीं, इस पूरे मामले में कुछ आरोपियों को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था तो वहीं कुछ आरोपी लगातार फरार चल रहे हैं. इसी तरह से इंदौर के एक अन्य थाना क्षेत्र में भी निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की वारदात सामने आई थी.

इंदौर और धार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी: बता दें कि एमआईजी पुलिस ने निवेश के नाम पर कुछ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था. वहीं, धार जिले के एक ग्रामीण थाने में धोखाधड़ी से संबंधित कई आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी की थी. इस तरह से आरोपियों के द्वारा करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया गया था. जांच के दौरान कई बातें सामने आईं. इसके बाद इंदौर पुलिस ने मध्य प्रदेश सरकार को पूरा मामला सीबीआई को सौंपने का निवेदन किया था. इंदौर पुलिस ने जो भी तथ्य जांच के उपरांत जब्त किए थे, अब मध्य प्रदेश सरकार के आदेश के बाद सीबीआई को सौंप दिए गए हैं. इस पूरे मामले में आगे सीबीआई जांच करेगी.

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इंदौर पहुंची CBI: गुरुवार को सीबीआई की टीम इंदौर पहुंची और सबसे पहले एरोड्रम थाना क्षेत्र में जो निवेश के नाम पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज हुआ था उससे संबंधित डायरी का अवलोकन शुरू कर दिया है. वहीं, आने वाले दिनों में इंदौर के एमआईजी एवं धार जिले के भी एक थाना क्षेत्र में दर्ज प्रकरण के बारे में विभिन्न तरह की जानकारी इकट्ठा कर उस पूरे मामले में भी जांच शुरु कर देगी. बता दें कि पूरा ही मामला काफी हाईप्रोफाइल था और आरोपियों ने इंदौर शहर में अलग-अलग तरह से निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया था.

बिना लाइसेंस रुपए इन्वेस्ट करवाए: डीसीपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि ''आरोपियों के द्वारा निवेश के नाम पर कई फरियादियों से लाखों रुपए लिए थे, इसके बाद न ही उन्हें प्रॉफिट दिया न ही उनके पैसे लौटाए. आरोपियों ने बिना किसी लाइसेंस के लोगों से लाखों रुपया इन्वेस्ट करवा लिए थे और इस तरह से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था.''

इंदौर। जिले में एक के बाद एक धोखाधड़ी की वारदात सामने आ रही हैं. इसी क्रम में तकरीबन कुछ साल पहले इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के साथ ही एमआईजी और धार जिले के थाना क्षेत्र में एक बड़ी धोखाधड़ी की घटना सामने आई थी. पूरे ही मामले में पुलिस ने संबंधित लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया. वहीं, प्रकरण दर्ज करने के बाद इस पूरे मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है. अब तीनों ही मामलो में सीबीआई के द्वारा जांच की जाएगी. जांच के लिए सीबीआई की टीम इंदौर पहुंची है.

कई आरोपी हुए गिरफ्तार: बता दें कि कुछ साल पहले जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम 2019 के तहत एरोड्रम पुलिस ने भूपेंद्र तेली, जगदीश तेली, नेपाल सिंह, अनिल आहूजा, विक्रम राजपूत, किशन सिंह एवं देवेंद्र मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था. वहीं, इस पूरे मामले में कुछ आरोपियों को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था तो वहीं कुछ आरोपी लगातार फरार चल रहे हैं. इसी तरह से इंदौर के एक अन्य थाना क्षेत्र में भी निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की वारदात सामने आई थी.

इंदौर और धार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी: बता दें कि एमआईजी पुलिस ने निवेश के नाम पर कुछ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था. वहीं, धार जिले के एक ग्रामीण थाने में धोखाधड़ी से संबंधित कई आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी की थी. इस तरह से आरोपियों के द्वारा करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया गया था. जांच के दौरान कई बातें सामने आईं. इसके बाद इंदौर पुलिस ने मध्य प्रदेश सरकार को पूरा मामला सीबीआई को सौंपने का निवेदन किया था. इंदौर पुलिस ने जो भी तथ्य जांच के उपरांत जब्त किए थे, अब मध्य प्रदेश सरकार के आदेश के बाद सीबीआई को सौंप दिए गए हैं. इस पूरे मामले में आगे सीबीआई जांच करेगी.

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इंदौर पहुंची CBI: गुरुवार को सीबीआई की टीम इंदौर पहुंची और सबसे पहले एरोड्रम थाना क्षेत्र में जो निवेश के नाम पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज हुआ था उससे संबंधित डायरी का अवलोकन शुरू कर दिया है. वहीं, आने वाले दिनों में इंदौर के एमआईजी एवं धार जिले के भी एक थाना क्षेत्र में दर्ज प्रकरण के बारे में विभिन्न तरह की जानकारी इकट्ठा कर उस पूरे मामले में भी जांच शुरु कर देगी. बता दें कि पूरा ही मामला काफी हाईप्रोफाइल था और आरोपियों ने इंदौर शहर में अलग-अलग तरह से निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया था.

बिना लाइसेंस रुपए इन्वेस्ट करवाए: डीसीपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि ''आरोपियों के द्वारा निवेश के नाम पर कई फरियादियों से लाखों रुपए लिए थे, इसके बाद न ही उन्हें प्रॉफिट दिया न ही उनके पैसे लौटाए. आरोपियों ने बिना किसी लाइसेंस के लोगों से लाखों रुपया इन्वेस्ट करवा लिए थे और इस तरह से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था.''

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