इंदौर। इंदौर जिले के थाना गौतमपुरा के ग्राम कांकवा में तनाव का माहौल है. जमीन पर कब्जा मिलने के बाद फसल काटने पहुंचे ग्राम मुंडलाकलमा के पट्टाधारी दलित मायाराम के परिवार के लोगों पर कांकवा के बाबूसिंह राजपूत के परिवार के एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने जमकर पीटा. इसमें 9 लोग घायल हो गए. इनमें से 7 गंभीर घायलों को इंदौर रेफर किया गया. था मारपीट में घायल मुंडलाकला के दलित मायाराम की शुक्रवार दोपहर को मौत हो गई.
दोनों गांवों में पुलिस फोर्स तैनात : घायल की मौत की सूचना मुंडलाकलमा पहुंची तो मृतक के परिजन और गांववाले आक्रोशित हो गए. इसके बाद कांकवा व मुंडलाकलमा में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. दलित परिवार के व्यक्ति की मौत के बाद अपर कलेक्टर, एसडीएम, एसपी, एडिशनल एसपी, एसडीओपी तीन थानों के टीआई रात 11 बजे काकवा गाव के दबंगों के घर पहुंचे ओर वहीं खड़े होकर जेसीबी से 2 मंजिला मकान तुड़वा दिया.
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करीब 40 बीघा जमीन का विवाद : पुलिस ने इस मामले के दो आरोपी बाबू सिंह व पवन को हिरासत में लिया है. वहीं 7 आरोपी फरार हैं. बताया जाता है कि कांकवा गांव की 30 से 40 बीघा की जमीन को लेकर सन् 1961 से विवाद चल रहा है. फरियादी पक्ष दलित परिवार को सन् 2002 में इन जमीनों के पट्टे बांटे गए थे. बाद मे पट्टाधारी और कब्जाधारी दबंगो के बीच विवाद हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंचा. कोर्ट ने पट्टेधारियों के पक्ष में फैसला सुनाया. कोर्ट के आदेश पर 22 फरवरी 2023 को पट्टेधारियों को कब्जा दिलाया गया. कब्जा लेते वक्त फसल खड़ी थी. इसी फसल को काटने पट्टेधारी फरयादी वहां पहुंचे और मारपीट हो गई.
इनका कहना है: इंदौर के ग्रामीण एसपी भगवंत सिंह विर्दे के मुताबिक ''पूरे ही मामले में दोनों पक्षों की शिकायत पर कार्रवाई की गई है. वहीं जिस पक्ष ने युवक के घर पर हमला किया था उसके घर पर प्रशासन के साथ मिलकर अतिक्रमण की कार्रवाई देर रात की गई है. पूरे ही मामले में जांच की जा रही है''.