इंदौर। मशूहर अभिनेता अमिताभ बच्चन की एक फिल्म तो आपको याद होगी जिस में अमिताभ बच्चन के द्वारा कहा जाता है कि 'मूछे हो तो नत्थू लाल जैसी', उसी फिल्म की तर्ज पर इंदौर पुलिस विभाग में भी एक पुलिसकर्मी मौजूद है. जिसको लेकर पुलिस विभाग के वरिष्ट अधिकारी भी कहते हैं कि मूंछों हो तो हरगोपाल पांडे जैसी. हरगोपाल पांडे की मूंछों के कारण उन्हें मूछों वाले पुलिसकर्मी कहते हैं. कोई भी पुलिसकर्मी उन्हें मूंछ वाले पांडे के नाम से ही संबोधित करता है.
मूंछों को संवारने के लिए मिलते हैं 300 रु. प्रति माह: वहीं, मूंछों वाले पांडे का रुतबा इस तरह का है कि वह ट्रैफिक के किसी भी चौराहे पर तैनात होते हैं तो उनकी मूंछों को देखकर कोई भी वाहन चालक ट्रैफिक नियमों को तोड़ने की जरूरत नहीं करता है. हरगोपाल पांडे का कहना है कि ''वह पुलिस विभाग में 35 वर्षों से नौकरी कर रहे हैं.'' दरअसल 1 जनवरी 1986 को वह पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपनी मूंछों को रखा तो कुछ पुलिसकर्मियों ने उनकी मूंछों का मजाक उड़ाया लेकिन देखते ही देखते हरगोपाल को अपनी मूंछों से इतना प्यार हुआ कि वह उसे संवारने लगे जिसके बाद जब वरिष्ठ अधिकारियों ने उनकी मूंछों को देखा तो उनकी जमकर तारीफ की और उसके बाद उन्हें कुछ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मूंछों को संवारने के लिए ₹300 प्रति महीना देने के आदेश दिए.
मिल चुके हैं कई रिवार्ड: उसके बाद तो हर गोपाल मूंछों को इतना ध्यान रखते हैं कि उनकी मूंछें लगातार दिन पर दिन बढ़ती चली जा रही हैं. बता दें कि हरगोपाल पांडे की मूंछों की तारीफ कई राजनेता कर चुके हैं. जिसमें स्वर्गीय माधवराव सिंधिया से लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा तक शामिल हैं. मूंछों के कारण कई रिवार्ड भी पुलिसकर्मी को मिल चुके हैं.