इंदौर। जिला प्रशासन ने इंदौर में लंबे समय से रह रहे सिंधी समुदाय के लोगों को मंगलवार को भारतीय नागरिकता के प्रमाणपत्र सौंपे. चौइथराम स्थित अमरदास हॉल में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिंधी समुदाय के लोग उपस्थित रहे. आपको बता दें कि पाकिस्तान से भारत आए और इंदौर में आकर बसे ये लोग करीब 40 साल से भारत की नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे थे जिनका इंतजार मंगलवार की शाम को पूरा हो गया.
पाकिस्तान में हो रहे अत्याचार के बाद तादात में वहां के सिंध प्रांत से इन पाकिस्तानी सिंधी परिवारों ने पलायन किया था. जिसके बाद ये इंदौर आए और लंबे समय से यहीं बसे हुए हैं. इन लोगों ने यहीं अपना व्यापार- व्यवसाय भी शुरू किया लेकिन अभी तक इन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिली थी. प्रधानमंत्री के आव्हान पर आजादी के 75 वें गणतंत्र दिवस को पूरे देश मे वर्ष भर अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसी कार्यक्रम के तहत सिंधी समज के 75 लोगों को भारतीय नागरिकता संबंधी प्रमाणपत्र सौंपे गए. भारतीय नागरिकता मिलने की खुशी में पाकिस्तानी सिंधी समाज की महिला और पुरुष खुशी से झूम उठे और जमकर नाच गाना किया. इस दौरान सांसद शंकर लालवानी भी खुद को नहीं रोक सके. सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिंधी समुदाय की मांग पूरी करने और उन्हें नागरिकता प्रमाणपत्र दिए जाने को लेकर धन्यवाद दिया.
इंदौर: कई सालों से रह रहे पाकिस्तानी सिंधियों को मिली भारत की नागरिकता, सांसद शंकर लालवानी ने दिए प्रमाण पत्र
इंदौर के सांसद शंकर लालावानी और कलेक्टर मनीष सिंह ने मंगलवार को सिंधी समुदाय के 75 लोगों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपे. लंबे समय से भारत की नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे सिंधी समुदाय के लोग भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र मिलते ही खुशी से झूम उठे और नाचने गाने लगे.
इंदौर। जिला प्रशासन ने इंदौर में लंबे समय से रह रहे सिंधी समुदाय के लोगों को मंगलवार को भारतीय नागरिकता के प्रमाणपत्र सौंपे. चौइथराम स्थित अमरदास हॉल में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिंधी समुदाय के लोग उपस्थित रहे. आपको बता दें कि पाकिस्तान से भारत आए और इंदौर में आकर बसे ये लोग करीब 40 साल से भारत की नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे थे जिनका इंतजार मंगलवार की शाम को पूरा हो गया.
पाकिस्तान में हो रहे अत्याचार के बाद तादात में वहां के सिंध प्रांत से इन पाकिस्तानी सिंधी परिवारों ने पलायन किया था. जिसके बाद ये इंदौर आए और लंबे समय से यहीं बसे हुए हैं. इन लोगों ने यहीं अपना व्यापार- व्यवसाय भी शुरू किया लेकिन अभी तक इन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिली थी. प्रधानमंत्री के आव्हान पर आजादी के 75 वें गणतंत्र दिवस को पूरे देश मे वर्ष भर अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसी कार्यक्रम के तहत सिंधी समज के 75 लोगों को भारतीय नागरिकता संबंधी प्रमाणपत्र सौंपे गए. भारतीय नागरिकता मिलने की खुशी में पाकिस्तानी सिंधी समाज की महिला और पुरुष खुशी से झूम उठे और जमकर नाच गाना किया. इस दौरान सांसद शंकर लालवानी भी खुद को नहीं रोक सके. सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिंधी समुदाय की मांग पूरी करने और उन्हें नागरिकता प्रमाणपत्र दिए जाने को लेकर धन्यवाद दिया.