इंदौर। देश और दुनिया भर में स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए चर्चित इंदौर की 56 दुकान फूड जोन दिव्यांग फ्रेंडली नहीं है. शहर में नेशनल व्हीलचेयर टेनिल चैंपियनशिप आयोजित की गई है. इस चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से 30 से ज्यादा दिव्यांग टेनिस खिलाड़ी पहुंचे हैं. इसी बीच बेंगलुरु की टेनिस खिलाड़ी नलिना गिरीश भी अपने सहयोगी टेनिस खिलाड़ी के साथ स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए चर्चित 56 दुकान पहुंची. जब उन्होंने देखा कि 56 दुकान के 200 मीटर के क्षेत्र में चारों तरफ स्टील की रेलिंग लगी हुई है जो टू व्हीलर को रोकने के लिए लगाई गई है. लेकिन इस रेलिंग के कारण दिव्यांग अपने व्हीलचेयर के साथ फूड जोन में एंट्री नहीं कर पा रहे.
दिव्यांग खिलाड़ियों ने स्थानीय लोगों से लगाई गुहारः दिव्यांग खिलाड़ियों जब फूड स्ट्रीट में एंट्री नहीं ले पा रहे थे तो काफी दुखी हुए. तभी मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों को समझ आया कि देश के इन खिलाड़ियों के लिए हालात मुफीद नहीं. लिहाजा उन्होने व्हीलचेयर समेत खिलाड़ियों को उठाया और 56 दुकान क्षेत्र में प्रवेश कराया. यहीं स्थिति सभी दिव्यांग खिलाड़ियों के साथ पेश आई. इन खिलाड़ियों को व्हीलचेयर में बिठाने के लिए स्थानीय लोगों से गुहार लगानी पड़ी. इस पर दिव्यांग टेनिस खिलाड़ी ने कहा, ''इंदौर स्वच्छ शहर है, लेकिन उन जैसे लोगों के लिए भी शहर के जिम्मेदार नागरिकों को सोचना चाहिए''.
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सोशल मीडिया पर शेयर किया मैसेजः टेनिस खिलाड़ी ने कहा, ''देश भर के खिलाड़ी एवं अन्य लोग इंदौर के विकास एवं स्वच्छता को देखना चाहते हैं. लेकिन छोटी-छोटी चीजों की उपेक्षा के कारण कई बार इसका नुकसान उन जैसे लोगों को भी भुगतना पड़ता है जिन्हे ईश्वर ने दिव्यांग बनाया है. टेनिस खिलाड़ी नलिना गिरीश ने उम्मीद जताई कि फिर कभी दोबारा इंदौर आना हुआ तो 56 दुकान में उनकी व्हीलचेयर के साथ प्रवेश के लिए एंट्री रैंप बना हुआ मिलेगा. वहीं इंदौर टेनिस एसोसिएशन के सचिव अनिल धूपर ने बताया, ''ये मामले मेरे ध्यान में आया है. इस मामले को लेकर मैं मेयर और कमिश्नर से अपील करूंगा कि समस्या को हल किया जाए''.