इंदौर। पूरा मामला इंदौर के उषा नगर का है, उषा नगर में रहने वाली वृंदा त्रिपाठी 25 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड की रिहर्सल करने के लिए स्कूल गई थी. इसी दौरान उसे चक्कर आए और वह वहीं पर गिर पड़ी, इसके बाद स्कूल में मौजूद प्रबंधक में उसे हॉस्पिटल पहुंचाया और मामले की जानकारी परिजनों को दी. जब वृंदा त्रिपाठी को इलाज के लिए हॉस्पिटल में एडमिट किया गया तो उसे सीपीआर देकर उसकी सांस लौटाने की कोशिश की गई लेकिन काफी देर हो जाने के कारण उसकी मौत हो गई. वहीं परिजनों ने उसकी आंखों को डोनेट करने का फैसला लिया है.
PM रिपोर्ट में कार्डियक अरेस्ट से मौत की पुष्टि: प्रारंभिक तौर पर डॉक्टरों का कहना है कि ''उसे कार्डिक अरेस्ट आया है जिसके कारण उसकी मौत हो गई. वहीं परिजनों को पूरा मामला संदिग्ध लग रहा था क्योंकि मृतका की ठुड्डी पर चोट के निशान थे, जिसके कारण उसका पोस्टमार्टम भी करवाया गया. पोस्टमार्टम में कार्डियक अरेस्ट से मौत होने की पुष्टि हुई. संभावना जताई जा रही है कि जब छात्रा गणतंत्र दिवस की परेड की रिहर्सल करने के लिए स्कूल पहुंची तो वह मात्र एक ट्रैक सूट पहनकर पहुंची थी और संभवत इंदौर में जिस तरह से ठंड पड़ रही है उसके कारण उसे अचानक से कार्डिक अरेस्ट आया और वह गिर गई, जिसके कारण उसे ठुड्डी में चोट लग गई''. इंदौर सोसायटी फॉर ऑर्गन डोनेशन से जुड़े मुस्कान ग्रुप के स्वयंसेवक जीतू बागवानी ने बताया कि मृतका के परिवार ने उसकी आंखों को डोनेट किया है.
डॉक्टर ने दी ठंड से बचने की सलाह: वहीं ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनीत पांडे का कहना है कि ''जिस तरह से इंदौर में ठंड पड़ रही है उसके कारण सुबह 4:00 से 10:00 तक मानव शरीर में विभिन्न हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, इससे रक्त के थक्के बनने से अचानक बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है''. उन्होंने ठंडे मौसम से बचने के लिए पौष्टिक आहार लेने और उचित स्तर पर व्यायाम करने की सलाह भी दी है, जिससे हार्मोन एक निश्चित स्तर पर बड़े और अचानक हार्मोन बड़े तो उन्हें कन्ट्रोल किया जा सके. बता दें कि इंदौर में पिछले कुछ दिनों से लगातार कम उम्र में कार्डिक अटैक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं जो की चिंता का विषय बने हुए हैं.