इंदौर। शहर के आजाद नगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक आरोपी के साथ में पुलिस ने अभद्रता और मारपीट की थी, जिसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए थे. इस मामले में जहां वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया तो वहीं अब मानवाधिकार आयोग ने भी डीआईजी से भी जवाब तलब किया है.
दरअसल आजाद नगर टीआई रहे मनीष डावर द्वारा आरोपी को 72 घंटे तक बंद कर पीटने के मामले में मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेकर नोटिस जारी किया है. मामले में 7 दिन में इंदौर डीआईजी से जवाब मांगा गया, इस मामले में टीआई ने एक लाख रुपए की मांग करते हुए आरोपी को 72 घंटे तक बंद कर पिटाई की, वहीं आरोपी के पैरों से नाखून तक निकाल लिए, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने पुलिस की छवि को धूमिल करने वाले टीआई को लाइन अटैच कर दिया और यह मेसेज दिया था कि पुलिस को छवि खराब करने वाले नहीं बचेंगे.
इंद्रेश त्रिपाठी बने आजाद नगर थाने के TI, मारपीट के आरोप में पूर्व TI मनीष डाबर लाइन अटैच
वहीं अब इसी मामले में मानव अधिकार आयोग ने संज्ञात लेते हुए इंदौर डीआईजी से 7 दिन में जवाब मांगा है. वहीं टीआई के साथ थाने में लिस्टेट बदमाश के फोटो भी मानव अधिकर आयोग को दिए गए है. जिसमें दर्जनो अपराधों से लदे बदमाश, टीआई को बधाई देने के साथ जन्मदिन और अन्य आयोजनों में शामिल हुए थे.
वरिष्ठ अधिकारी ने घटना को लेकर जारी की गाइडलाइन
फिलहाल अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में अब इंदौर डीआईजी की ओर से मानव अधिकार आयोग को किस तरह के जवाब पेश किए जाते हैं लेकिन प्राथमिक तौर पर पुलिस के अधिकारियों ने पूरे मामले में थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.