इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना नियंत्रण एवं उपचार की व्यवस्था में जुटे स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी को नहीं पता है कि मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के कितने स्ट्रेन एक्टिव हैं. कोरोना की समीक्षा बैठक के बाद जब पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि वो बताएं कि एमपी में कोरोना के कितने स्ट्रेन एक्टिव हैं तो वो सिर्फ इतना ही कह पाए कि जो भी स्ट्रेन पाए गए थे उन्हें जांच के लिए दिल्ली भेजा गया है.
जितने स्ट्रेन हैं जांच के लिए भेज दिए
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी बुधवार को इंदौर के दौरे पर थे. यहां स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना की समीक्षा की और इंदौर के मौजूदा हालातों का जायजा लिया. 3 घंटे चली बैठक के बाद मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से सवाल पूछा गया कि एमपी में कोरोना वायरस के कुछ कितने स्ट्रेन हैं तो इसके जवाब में मंत्री भेजे गए स्ट्रेन के सैंपल का स्टेटस बताने लगे. जब फिर से मंत्री जी से वही सवाल दोहराया गया तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि जो स्ट्रेन प्राप्त हुए थे उन्हें जांच के लिए दिल्ली भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही वस्तु स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
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प्रदेश में संक्रमण की दर 13 फीसदी पर पहुंची
बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब ऑक्सीजन की कमी नहीं है. वहीं राज्य को अब तक 2 लाख 73 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन मिल चुके हैं, जिसमें से 47 हजार डोज इंदौर को दिए गए हैं. बेड की संख्या पर बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कुल 67,841 बेड में से 39,341 बेड पर ही मरीज भर्ती हैं जबकि शेष बिस्तर खाली हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं. जिसमें से 8 प्लांट बन कर तैयार हैं जो अगले एक सफ्ताह में ऑक्सीजन की सप्लाई करेंगे. जबकि कुछ प्लांट मई महीने के आखिर तक उत्पादन शुरू करेंगे. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि फिलहाल 75 परसेंट से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में है. जिसके चलते प्रदेश में संक्रमण की दर 25% से घटकर 13.87% हो चुकी है. वही रिकवर होने वाले मरीजों का प्रतिशत भी 83.37% हो चुका है.