इंदौर। कई देशों के छात्र समूह के रूप में इंदौर के आईआईटी में पहुंचे और यहां की टीचिंग टेक्निक को समझा. छात्रों ने एकेडमिक सेशन में शामिल होकर रिसर्च एजुकेशन, तकनीकी कोर्स आदि को समझा. आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रोफेसर सुहास जोशी ने छात्रों को नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय में प्रदान की जाने वाली भारतीय शिक्षण प्रणाली के बारे में बताया.
छात्रों ने शोध कार्यों का तरीका समझा : प्रोफेसर सुहास जोशी ने छात्रों से प्रौद्योगिकी विकास पर काम करते हुए मानविकी और सामाजिक विज्ञान पर समान ध्यान देने की बात कही. छात्रों के समूह ने शोध कार्य, मशीन व उपकरणों की जानकारी भी ली. लैब गियर इंजीनियरिंग, लैब ट्राइबोलाजी स्कूल आफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज एस्ट्रोनॉमी लैब और विभिन्न रिसर्च में यहां उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.