इंदौर:पश्चिम बंगाल में जारी राजनीतिक घमासान के बीच आज निर्वाचन आयोग की टीम चुनाव के पहले जारी हिंसा और कानून व्यवस्था पर पश्चिम बंगाल के दौरे पर है, जो केंद्र सरकार को अपनी ओर से रिपोर्ट भेजेगी. इधर राजनीतिक हिंसा और कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल की रिपोर्ट के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संभावना व्यक्त की है. आज इंदौर में पश्चिम बंगाल के प्रभारी और बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि ममता सरकार का भविष्य अब भारत निर्वाचन आयोग और कानून व्यवस्था पर राज्यपाल की रिपोर्ट पर टिका हुआ है. पढिए कैलाश विजयवर्गीय की गई खास चर्चा..
सवाल- पश्चिम बंगाल को लेकर अब आगे की क्या रणनीति है ?
जवाब- पश्चिम बंगाल में हिंसा की राजनीति बंद होना चाहिए इसके लिए केंद्र सरकार प्रयासरत है और हम चुनाव आयोग से भी प्रार्थना करेंगे कि चुनाव आयोग इस मामले में संज्ञान ले. चुनाव आयोग के प्रतिनिधि आज बंगाल गए हैं और हमारी पार्टी के लोग भी उनसे मिल रहे हैं. बंगाल में एक निष्पक्ष चुनाव हो और मतदाता निडर होकर मतदान करें ये वहां की आवश्यकता है, और इस दिशा में जरूरी है कि वहां बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए या फिर चुनाव आयोग सुनिश्चित करे कि सेंट्रल फोर्ट और सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन के द्वारा ही बंगाल में चुनाव कराया जाए.
सवाल- ममता बनर्जी ने उस दिन की घटना को नौटंकी बताया उन्होंने कहा इतने बीजेपी कार्यकर्ता और सुरक्षा बल होने के बाद ऐसा हुआ ?
जवाब- उस घटना का जवाब जनता और मीडिया ने दिया है, मुझे लगता है कि इस प्रकार का झूठ कोई बर्दाश्त नहीं करेगा, अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष जा रहे हैं और उनके (टीएमसी) कार्यकर्ता पार्टी के झंडों के साथ वहां पर अपराध करे रहे हैं और पुलिस उनका कुछ भी नहीं कर रही, मैं समझता हूं कि ये सब जनता भी देख रही है, और जनता आने वाले चुनाव में प्रमाण पत्र भी देगी. सवाल बंगाल में निष्पक्ष चुनाव का है और उसके लिए राष्ट्रपति शासन लगान जरूरी है.
सवाल- राज्यपाल रिपोर्ट भेज चुकें हैं और अमित शाह भी बंगाल पहुंच रहे हैं बंगाल में आगे क्या होने वाला है ?
जवाब- अब देखतें हैं आगे क्या होता है, अभी से भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है, चुनाव तो हम लोग लड़ रहे हैं लेकिन ममता जी तो युद्ध जैसी स्थिति ला रही हैं.
सवाल- कांग्रेस और वाम दलों की बंगाल में कैसी स्थिति है ?
जवाब- वो तो पृष्ठभूमि में चले गए.