इंदौर। प्रदेश में खाद्य विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है. इंदौर के द्वारकापुरी क्षेत्र में पशुओं में दूध की क्षमता बढ़ाने और अवैध इंजेक्शन बनाने वाले एक कारखाने पर खाद्य विभाग ने दबिश दी. जहां से बड़ी मात्रा में अवैध इंजेक्शन बरामद किए गए है. जबकि बड़ी मात्रा में लिक्विड भी मिला है.
द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में नकली ऑक्सीटॉसिन बनाने का कारखाना पकड़ा गया है. पुलिस, खाद्य एवं औषधि विभाग प्रशासन ने संयुक्त रुप से कार्रवाई कर कारखाने का संचालन करने वाले गुजरात के युवक को पकड़ा है. आरोपी जिस किराए के घर में नकली दवाओं को बना रहा था, उससे बड़ी मात्रा में केमिकल जप्त किया गया है.
बताया जा रहा है कि आरोपी कई महीनों से द्वारकापुरी क्षेत्र में नकली इंजेक्शन तैयार करने का काम कर रहा था. जिसकी सूचना खाद्य और औषधि विभाग को मिली, जिसके बाद उन्होंने छापामार कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान सिंटेक्स की टंकी में गलत तरीके से केमिकल तैयार किया जाता था. जिसे बिना लेबल के बाजारों में भेज दिया जाता था. जो इंजेक्शन कारखाने में तैयार किए जा रहे थे, वह गाय और भैंसों में दूध बढ़ाने की क्षमता के लिए उपयोग में आता है. ग्रामीण और पशुपालक गाय और भैंसो पर इन इंजेक्शन का प्रयोग करते थे.
बताया जा रहा है कि आरोपी ने नकली इंजेक्शन को इंदौर शहर के कई मेडिकल संचालकों को सप्लाई किया है. जिन पर आने वाले समय पर कार्रवाई की जाएगी. आरोपी पिछले कई महीनों से अवैध व्यापार कर रहा था. कार्रवाई के दौरान 3 हजार से अधिक लिक्विड बरामद किया गया है. लिक्विड पशुओं के स्वास्थ्य के साथ ही आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है.