इंदौर। शहर में स्कूली शिक्षा में सुधार करने के लिए जिला प्रशासन और सरकार लगातार कवायद कर रही है. पहले भी जहां 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाओं को खत्म कर सामान्य परीक्षा का पैटर्न लागू किया गया था. वहीं अब दिन-ब-दिन बदल रही स्कूली शिक्षा को सुधार करने और उसमें नवाचार करने के लिए, एक बार फिर प्रशासन ने स्कूलों में कसावट करने की कार्यवाही की जा रही है.
रिजल्ट बिगड़ा तो शिक्षक की खैर नहीं !
शिक्षा विभाग ने स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने और कसावट के लिए एक नया आदेश जारी किया है. आदेश के तहत 5वीं और 8वीं कक्षाओं में आने वाले समय में होने वाली परीक्षा के रिजल्ट में 30% तक की कमी आती है तो रिजल्ट में बिगड़ने वाले विषय के शिक्षक और विद्यालय के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि अब तक ये तय नहीं किया गया है कि किस तरह की कार्रवाई शिक्षकों पर की जाएगी, लेकिन प्रशासन का ये आदेश अब कहीं ना कहीं स्कूली शिक्षा पर कसावट लाता नजर आ रहा है.