इंदौर। शहर में नगर निगम ने एक बार फिर तालाबों को प्रदूषण से बचाने के लिए कवायद शुरू कर दी है. नगर निगम ने शहर के 100 स्थानों पर पर्यावरण हितैषी कुंड बनाए हैं, जिसमें लोग अपने घरों में स्थापित गणेश प्रतिमा को विसर्जित कर सकेंगे.
नगर निगम पिछले 2 सालों से गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विशेष व्यवस्था के तहत पर्यावरण हितैषी कुंड बना रहा है. यह कुंड शहर की प्रमुख जगहों पर बनाए गए हैं.
गणेशजी की मूर्तियों को तालाब और नदियों में विसर्जित किए जाने से पानी दूषित होता है. लिहाजा नदियों और तालाबों को प्रदूषण से बचाने के लिए नगर निघम ने निर्णय लिया था कि शहर के सभी जोनों और प्रमुख स्थानों पर पानी का एक अस्थायी कुंड बनाया जाएगा ताकि लोगों को प्रतिमा विसर्जन के लिए किसी भी नदी या तालाब का रुख ना करना पड़े. निगम द्वारा बनाए गए इन कुंडों में 10 से अधिक नदियों का जल मिलाया गया है ताकि इसकी पवित्रता बनी रहे.
निगम द्वारा बनाए गये इन कुंडों में गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन कर उस मिट्टी को गमलों और पेड़-पौधों के काम में लिया जाएगा. निगम पीओपी की मूर्तियों को एकत्रित कर शहर के बाहरी क्षेत्र जवाहर टेकरी पर विसर्जन करेगा.