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Diwali 2021: मिठाईयों के बगैर अधूरा है सेलिब्रेशन, सोनपापड़ी की रहती है खास डिमांड

दिवाली पर मिठाईयों का खास महत्व होता है. यूं कहे कि मिठाईयों के बगैर दिवाली सेलिब्रेशन ही अधूरा रह जाता है. ऐसे में बाजार में जहां तरह-तरह की मिठाईयां मिलती है, वहीं सोनपापड़ी की डिमांड भी खूब रहती है.

Celebration is incomplete without sweets special demand for Sonpapadi
Diwali 2021 मिठाईयों के बगैर अधूरा है सेलिब्रेशन
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Published : Nov 1, 2021, 8:50 AM IST

Updated : Nov 1, 2021, 9:38 AM IST

इंदौर। दिवाली आने में दो दिन ही बचे हैं. दीपों का ये पर्व मिठाई के बगैर अधूरा है. दीपावली पर ना सिर्फ मिठाई खाई जाती है, बल्कि इस दिन लोग एक-दूसरे को मिठाई गिफ्ट भी करते हैं. इन मिठाईयों में सोनपापड़ी ज्यादा प्रचलित है, क्योंकि सोनपापड़ी जल्दी खराब नहीं होती, ये सुखी मिठाई होती है इसलिए इसकी पैकिंग भी आसान होती है. तो आईये जानते है कि आखिर कैसे बनती है स्वादिष्ट सोनपापड़ी, जिसे आप दिवाली पर जमकर खा भी सकते हैं और दोस्तों-रिश्तेदारों को गिफ्ट भी कर सकते हैं.

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कुछ इस तरह बनती है सोनपापड़ी

Celebration is incomplete without sweets special demand for Sonpapadi
सोनपापड़ी के लिए गाढ़ी चाशनी जरूरी

सोनपापड़ी बनाने के लिए सबसे पहले शक्कर के साथ पानी को गर्म कर मिलाया जाता है. फिर से गाढ़ा किया जाता है. ये चाशनी जब गाढ़ी हो जाती है, तो इसे एक बड़े से बर्तन पर रखा जाता है और 4 से ज्यादा कारीगर चाशनी को आधा घंटे तक चारों ओर से खींचते हैं. चाशनी को लगातार खींचने से इसमें तार बनने लगते है, इसके बाद इसे फिर से थाली में डालकर बेसन और मैदा मिलाया जाता है.

Celebration is incomplete without sweets special demand for Sonpapadi
चाशनी को लगातार खींचने से इसमें तार बनने लगते है

फिर 20 मिनट तक इसे फिर से खींचा जाता है. खींचने से इस मिश्रण में अब लच्छे बनने शुरू हो जाते हैं. इन लच्छों को परात पर 3 इंच तक जमाते हैं.

labours packing Sonpapadi
सोनपापड़ी पैक करते कारीगर

फिर हाथ से आधा घंटे तक दबाते हैं, जिससे सोनपापड़ी की कई लेयर तैयार हो जाती है. इसके बाद कारीगर इसे बराबर पीस में काटकर पैक करते हैं. जिसके बाद ये मिठाई बाजार में बिकने के लिए तैयार हो जाती है.

इंदौर। दिवाली आने में दो दिन ही बचे हैं. दीपों का ये पर्व मिठाई के बगैर अधूरा है. दीपावली पर ना सिर्फ मिठाई खाई जाती है, बल्कि इस दिन लोग एक-दूसरे को मिठाई गिफ्ट भी करते हैं. इन मिठाईयों में सोनपापड़ी ज्यादा प्रचलित है, क्योंकि सोनपापड़ी जल्दी खराब नहीं होती, ये सुखी मिठाई होती है इसलिए इसकी पैकिंग भी आसान होती है. तो आईये जानते है कि आखिर कैसे बनती है स्वादिष्ट सोनपापड़ी, जिसे आप दिवाली पर जमकर खा भी सकते हैं और दोस्तों-रिश्तेदारों को गिफ्ट भी कर सकते हैं.

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कुछ इस तरह बनती है सोनपापड़ी

Celebration is incomplete without sweets special demand for Sonpapadi
सोनपापड़ी के लिए गाढ़ी चाशनी जरूरी

सोनपापड़ी बनाने के लिए सबसे पहले शक्कर के साथ पानी को गर्म कर मिलाया जाता है. फिर से गाढ़ा किया जाता है. ये चाशनी जब गाढ़ी हो जाती है, तो इसे एक बड़े से बर्तन पर रखा जाता है और 4 से ज्यादा कारीगर चाशनी को आधा घंटे तक चारों ओर से खींचते हैं. चाशनी को लगातार खींचने से इसमें तार बनने लगते है, इसके बाद इसे फिर से थाली में डालकर बेसन और मैदा मिलाया जाता है.

Celebration is incomplete without sweets special demand for Sonpapadi
चाशनी को लगातार खींचने से इसमें तार बनने लगते है

फिर 20 मिनट तक इसे फिर से खींचा जाता है. खींचने से इस मिश्रण में अब लच्छे बनने शुरू हो जाते हैं. इन लच्छों को परात पर 3 इंच तक जमाते हैं.

labours packing Sonpapadi
सोनपापड़ी पैक करते कारीगर

फिर हाथ से आधा घंटे तक दबाते हैं, जिससे सोनपापड़ी की कई लेयर तैयार हो जाती है. इसके बाद कारीगर इसे बराबर पीस में काटकर पैक करते हैं. जिसके बाद ये मिठाई बाजार में बिकने के लिए तैयार हो जाती है.

Last Updated : Nov 1, 2021, 9:38 AM IST
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