नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिकी-जर्मन निवेशक मार्क मोबियस (Mark Mobius) की प्रशंसा की, जिन्हें भारत, चीन और ब्राजील जैसे उभरते बाजारों के लिए गॉडफादर माना जाता है. एक मीडिया आउटलेट द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विकास क्षमता पर जोर दिया और कहा कि मार्क मोबियस जैसे प्रमुख निवेशक भारतीय बाजारों को निवेश के लिए अनुकूल दृष्टि से देख रहे हैं, जो देश की विकास क्षमता के बारे में बहुत कुछ बताता है.
पीएम मोदी ने भारत के लिए मार्क मोबियस जैसे वैश्विक निवेशकों के लंबे समय से चले आ रहे लगाव की ओर भी इशारा किया. उन्होंने कहा, "मार्क मोबियस उन कई लोगों में से एक हैं, जिन्हें भारत से लगाव है. यहां के अवसरों के बारे में उनका उत्साह बहुत कुछ कहता है. जब वह सुझाव देते हैं कि ग्लोबल फंड को भारतीय शेयर बाजार में कम से कम 50 प्रतिशत निवेश करना चाहिए, यह एक महत्वपूर्ण संदेश है.
अगस्त 2024 में, मार्क मोबियस ने भारत और अमेरिकी बाजारों को निवेश के लिए अनुकूल बताया था. रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने अगले 6 महीने, एक साल और तीन साल से अधिक समय के लिए दोनों देशों में निवेश के लिए फिफ्टी-फिफ्टी फॉर्मूले के बारे में अपना विचार साझा किया.
कार्यक्रम में निवेशक मार्क मोबियस भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज देश में बहुत सी चीजें हो रही हैं. हमारे तीसरे कार्यकाल में देश ने जिस तेजी से विकास की रफ्तार पकड़ी है, उसके कारण कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के विकास को लेकर पूर्वानुमान को ऊपर की ओर संशोधित किया है."
पीएम मोदी ने कहा, "यहां मार्क मोबियस जैसे विद्वान विशेषज्ञ मौजूद हैं, जो भारत को सबसे ज्यादा पसंद करते हैं. जिस तरह से वे देश में निवेश के अवसरों को लेकर उत्साहित हैं, वह बहुत महत्वपूर्ण है. जब उनके जैसे निवेशक ग्लोबल फंड को भारत के शेयर बाजारों में कम से कम 50 प्रतिशत निवेश करने की सलाह देते हैं, तो यह बहुत कुछ कहता है, यह एक महत्वपूर्ण संदेश है."
तीसरे कार्यकाल के पहले 125 दिनों पर बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 125 दिनों में लिए गए निर्णय के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, "मैं इन 125 दिनों के अपने अनुभव आपके साथ साझा करना चाहता हूं. इस अवधि में गरीबों के लिए तीन करोड़ नए घरों को मंजूरी दी गई है. इन 125 दिनों में हमने 9 ट्रिलियन रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम करना भी शुरू कर दिया है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया भर में भारत को लेकर कोई दुर्भावना नहीं है क्योंकि दुनिया के लगभग सभी देशों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. उन्होंने राष्ट्रीय विकास को आगे बढ़ाते हुए गरीबी उन्मूलन की दिशा में भारत के प्रयासों की भी सराहना की.
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