इंदौर 24 मई (भाषा)। राज्यसभा सांसद व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह इन दिनों एमपी में चुनावी दौरे पर हैं. वे हर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित कर रहे हैं. इसी क्रम में दिग्विजय सिंह बुरहानपुर पहुंचे. जहां उन्होंने प्रेस वार्ता में देश के नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सवाल खड़े कर दिए. राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बीजेपी सरकार को आदिवासी विरोधी सरकार बताया है. उन्होंने कहा कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों न कराकर पीएम मोदी ने देश के सभी आदिवासियों का अपमान किया है. वहीं शिवराज सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल ने इंदौर में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर उम्र संबंधी कटाक्ष किया. कमल पटेल ने कहा कि बुढ़ापे में दोनों नेता मानसिक संतुलन खो चुके हैं.
पीएम ने किया राष्ट्रपति का अपमान: दिग्विजय सिंह ने आदिवासी समुदाय से संबंधित राष्ट्रपति को आमंत्रित न करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनका अपमान किया है. उन्होंने न तो नए संसद भवन का शिलान्यास किया और न ही उन्हें 28 मई को इसके उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया. यह राष्ट्रपति का अपमान है और देश के आदिवासी समुदाय और उन नागरिकों का भी जो भारतीय संविधान में आस्था रखते हैं. राज्यसभा सांसद ने कहा कि पीएम मोदी का अहंकार चरम सीमा पर पहुंच चुका है. वह हर जगह खुद के नाम को प्रचारित करना चाहते हैं. हाल ही में उन्होंने हैदराबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम का जीर्णोद्धार कराकर इसका नाम खुद के नाम पर रख दिया है. उन्होंने कहा कि वैसे तो हेरिटेज संसद भवन को छोड़कर नया भवन बनाने की जरूरत नहीं थी. इसे भी रिनोवेट कराया जा सकता था.
19 विपक्षी दलों ने किया विरोध: बता दें नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जाना है. अब तक 19 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की है. कांग्रेस, वामपंथी, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), और आम आदमी पार्टी (आप) सहित 19 दलों ने बुधवार को नयी संसद के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि लोकतंत्र की आत्मा को चूस लिया गया है तो उन्हें नयी इमारत का कोई महत्व नहीं लगता है.
कमल पटेल ने उम्र पर किया कटाक्ष: इंदौर में कमल पटेल ने कहा कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ 'सठिया' गए हैं. इन दोनों ने बुढ़ापे में मानसिक संतुलन खो दिया है. उनकी बात का कोई असर नहीं होगा. वे जितना बोलेंगे, उतना कांग्रेस को नुकसान होगा. इसके अलावा प्रदेश की मंडियों में प्याज के दाम गिरने पर कृषि मंत्री ने कहा कि पिछली बार मंडियों में लहसुन के दाम कम थे. इस बार लहसुन के दाम अच्छे हैं. फसलों की कीमतें मांग और पूर्ति के सूत्र पर आधारित होती हैं. कमल पटेल ने कहा कि राज्य सरकार बेमौसम बारिश और ओले गिरने से किसानों की फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण करा रही है और अन्नदाताओं को इसका उचित मुआवजा दिया जाएगा.