इंदौर। सीमावाद को खत्म करने लिए इंदौर पुलिस अब डिजिटल मैपिंग का सहारा ले रही है. इसके लिए थानों की डिजिटल मैपिंग की जा रही है. दरअसल सुपर कॉरिडोर पर बदमाश एक्टिवा पर जा रही दो महिलाओं के साथ लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे. घटना के बाद महिलाएं गांधीनगर थाने पहुंचीं, जहां रिपोर्ट लिखने के बजाए पुलिस सीमावाद में उलझी रही. बाद में एसपी के आदेश पर बाणगंगा पुलिस ने मामला दर्ज किया.
बता दें कि सुपर कॉरिडोर में लूट की घटना सामने आने के बाद पहले महिलाएं गांधीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करने पहुंचीं, लेकिन पूरे मामले को एरोड्रम थाना क्षेत्र का बताते हुए वहां से उन्हें लौटा दिया गया. इसके बाद फरियादी एरोड्रम थाना पहुंची, यहां एरोड्रम थाना प्रभारी उन्हें लूट वाली जगह पर ले गए और वहां का मुआयना कर मामला बाणगंगा थाना का बताकर वहां जाने के लिए कहा. वहीं बाणगंगा थाना प्रभारी ने भी मामला एरोड्रम थाने का बताकर रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया. इस तरह फरियादी रिपोर्ट लिखवाने के लिए एक थाने से दूसरे थाने चक्कर काटती रहीं.
फरियादी ने पूरे मामले की शिकायत एसपी युसूफ कुरैशी से की. एसपी की फटकार के बाद बाणगंगा थाना प्रभारी ने लूट का मामला 19 घंटे के बाद दर्ज किया. इसके बाद भी एरोड्रम और बाणगंगा थाने के विवाद कम नहीं हुए. जब इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के पास पहुंची, तो उन्होंने दोनों थाना प्रभारियों को नसीहत देते हुए जांच करने के आदेश दिए. एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र का कहना है कि सीमा विवाद को खत्म करने के लिए उन्होंने डिजिटल मैपिंग की बात कही है. उनका कहना है कि आने वाले समय में शहर में अगर किसी थाना क्षेत्र में कोई घटना हो जाती है और कोई थाना प्रभारी रिपोर्ट दर्ज करने से मना करता है, तो संबंधित थाना प्रभारी के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा.