इंदौर। कोरोना महामारी के चलते करीब 3 माह तक सभी प्रशासनिक कार्य ठप रहे. जिसके चलते विश्वविद्यालय ने वर्ष 2020-21 की नवीनतम एफिलिएशन को लेकर नई रणनीति तैयार की थी और नए महाविद्यालयों को एफिलिएशन जारी नहीं किया गया था, केवल पुराने महाविद्यालयों को पुनः रिन्यू किया गया था.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय अब पुराने महाविद्यालयों की एफिलिएशन को लेकर भी जांच की बात कह रही है, एफिलिएशन जारी किए जाने पर निरीक्षण का प्रावधान है, पर कोरोना महामारी के चलते बिना निरीक्षण के ही एफिलिएशन जारी किए गए थे, जिसके चलते एक बार फिर सम्बद्धता (एफिलिएशन) को लेकर विश्वविद्यालय कार्रवाई कर रहा है. जिसके तहत महाविद्यालयों के संपूर्ण दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जाएगा.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति रेणु जैन के अनुसार विश्वविद्यालय ने जिन महाविद्यालयों की संबद्धता रिन्यू की थी, उनके दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. आने दिनों में स्थिति सामान्य होने के बाद उन महाविद्यालयों का निरीक्षण भी किया जाएगा. संबद्धता में निरीक्षण किया जाना अनिवार्य है, पर कोरोना महामारी के चलते निरीक्षण नहीं किया जा सका था.