इंदौर। तीसरी लहर से बचने के तमाम प्रयासों के बावजूद गुरुवार को एक कोविड पॉजिटिव मरीज अस्पताल परिसर के बाहर ही लावारिस हाल में पाया गया, जिसे शहर की एक समाज सेविका की पहल पर अस्पताल में भर्ती कराया जा सका है. इस दौरान वह कई लोगों के संपर्क में आ चुका है.
कई दिनों तक अस्पताल के बाहर पड़ा रहा शख्स
दरअसल, लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाली समाज सेविका भाग्यश्री खरगड़िया को सूचना मिली थी कि एमवॉय अस्पताल परिसर में एक व्यक्ति बहुत ही गंभीर हालत में है. सूचना पर भाग्यश्री मौके पर पहुंची. व्यक्ति ने अपना नाम सुरेश (38) निवासी सनावद खरगोन बताया है. वह इलाज कराने के लिए इंदौर आया था, लेकिन हालत खराब होने के चलते खुद को अस्पताल में भर्ती नहीं करा सका.
कोविड टेस्ट में पॉजिटिव आया व्यक्ति
अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसका कोविड टेस्ट कराया गया, जिसमें वह कोरोना संक्रमित पाया गया. वह कई दिनों से अस्पताल के बाहर पड़ा है और अब तक कई लोगों के संपर्क में आया है, जिससे और भी कई लोगों के संक्रमित होने की संभावना हो सकती है.
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वहीं डॉक्टरों का कहना है कि जांच में उसे टीवी की बीमारी भी पाई गई है. भाग्यश्री ने क्षेत्रीय तहसीलदार और मनोरमा हॉस्पिटल की डॉक्टर हिना खान मदद से उसे अस्पताल में भर्ती कराया जा सका.