इंदौर। आजाद नगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक युवती अचानक से गायब हो गई थी. जब मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि युवती को एक युवक अपने घर से भगा कर ले गया था. इसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए युवती को अपनी गिरफ्त में लिया और जब पूछताछ की तो उसने बताया कि युवक ने उसके साथ दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम दिया है. जिसके कारण वह गर्भवती हो गई. इसके बाद पूरे मामले में एक याचिका इंदौर हाईकोर्ट में दाखिल की गई. याचिका पर सुनवाई करते हुए, हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने युवती को राहत भरा आदेश जारी किया है.
आरोपी करता था शारीरिक शोषण
पिछले दिनों आजाद नगर थाना क्षेत्र में आदिवासी युवती को बहला-फुसलाकर आरोपी युवक अपने साथ युवती को भोपाल लेकर चला गया था. वहां पर भी युवती के साथ आरोपी ने कई बार बलात्कार जैसी घिनौनी घटना को अंजाम दिया. युवक, युवती के साथ आए दिन शारीरिक प्रताड़ना सहित अन्य कई सेक्सुअल हरासमेंट, जैसी घटना को अंजाम दिया करता था. युवती के परिजनों ने, युवती की गुमशुदगी दर्ज कराई थी.
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आरोपी बहला-फुसलाकर ले गया था भोपाल
पुलिस ने भी युवती की तलाश में प्राथमिकता से जांच करते हुए, युवती को ढूंढने के लिए जुट गई. जिसके बाद युवती को कई जिलों में ढूंढा गया और फिर जांच में बात सामने आई कि देवास का रहने वाला एक युवक, युवती को अपने साथ बहला-फुसलाकर भोपाल ले गया है. जिसके बाद पुलिस की एक टीम भोपाल पहुंची और वहां से युवती को युवक के साथ पकड़कर इंदौर लाई और युवती को उसके परिजनों को सौंपने के बाद युवती के कहे अनुसार पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर युवक को हिरासत में ले लिया और न्यायालय भेज दिया.
कोर्ट ने याचिका की सुनवाई करते हुए सुनाया फैसला
जब युवती युवक के साथ कई दिनों से हवस का शिकार बनती रही, उसी दौरान युवती के गर्भ में भ्रूण ठहर गया और युवती गर्भवती हो गई. जिसके बाद युवती ने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट की शरण ली और न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत किया कि उसे गर्भपात कराने की अनुमति दी जाए. न्यायालय द्वारा भी तत्काल प्रभाव से युवती द्वारा प्रस्तुत के आवेदन पर गंभीरता से विचार करते हुए 7 दिनों में पूरी ट्रायल समाप्त कर एक आदेश निकाला जिसमें युवती को गर्भपात कराने की अनुमति दी गई है.
पांच सदस्यीय विशेषज्ञ डॉक्टर की निगरानी में होगा गर्भपात
दुष्कर्म से ग्रसित युवती का गर्भपात कराने के लिए न्यायालय ने आदेश में कहा है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम युवती को पूरी तरह से गर्भपात कराने में सहयोग कर 5 सदस्य टीम गठित की गई है. ताकि गर्भपात के समय युवती को किसी तरह की कोई समस्याएं उत्पन्न ना हो और युवती का स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहे, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए 5 सदस्यों की टीम गठित की गई है. यही टीम, युवती का आने वाली 10 जून को सरकारी हॉस्पिटल में गर्भपात कराया जाएगा और इस गर्भपात के बाद जो भी भ्रूण रहेगा उसे साक्ष्य के रूप में सुरक्षित रखा जाए और डीएनए परीक्षण कर कोर्ट में साक्ष्य के रूप में रिपोर्ट पेश की जाए. ताकि पकड़ाए युवक को कड़ी से कड़ी सजा पूरे प्रकरण में मिल सके.