इंदौर : देश में कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की जंग की शुरुआत 16 जनवरी से की जा रही है. टीकाकरण अभियान के तहत पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 16 जनवरी को 8 अस्पतालों में वैक्सीनेशन किया जाएगा. इसके लिए कमिश्नर कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वैक्सीन वितरण केंद्र के साथ ही डिस्ट्रिक्ट वैक्सीन सेंटर का जायजा भी लिया.
अभियान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. अब सिर्फ वैक्सीन के इंदौर पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोविड-19 के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने के लिए 5 दिन का समय तय किया गया है. उसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज इंदौर के प्रशासनिक अधिकारी वैक्सीन वितरण केंद्र पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
16 जनवरी से की जाएगी वैक्सीन लगाने की शुरुआत
इंदौर में 16 जनवरी को 8 अस्पतालों में वैक्सीनेशन किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 16 जनवरी को इंदौर के 8 अस्पतालों में वैक्सीनेशन करने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. शहर में एयरपोर्ट पर वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले रीजनल वैक्सिंग सेंटर से डिस्ट्रिक्ट वैक्सीन सेंटर पर भेजा जाएगा. वहां से फोकल प्वाइंट पर भेजा जाएगा. इन अस्पतालों में बॉम्बे हॉस्पिटल, चोइथराम अस्पताल, हुकमचंद पॉलीक्लिनिक, राजश्री अपोलो, अरविंदो, यूनिक एमजीएम मेडिकल कॉलेज और देपालपुर का सीएचसी वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं. टीम में 5 लोग रहेंगे, जिसमे पुलिस विभाग से एक कर्मचारी वेरिफिकेशन के लिए 2 आशा कार्यकर्ता शिक्षक और स्वास्थ्य कर्मी होंगे. प्रत्येक टीम में 2 से 3 स्वास्थ्य कर्मियों को रखा जाएगा.
26,422 स्वास्थ्य कर्मियों को 5 दिन में लगाई जाएगी वैक्सीन
इंदौर में शुरुआती तौर पर 26422 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए 5 दिन का समय दिया गया है. जिसके लिए विभाग ने माइक्रो लेवल पर प्लानिंग की है. इंदौर से पूरे संभाग में वैक्सीन पहुंचाई जाएगी. 12 वैन के माध्यम से अलग-अलग जिलों में इन वैक्सीन को भेजा जाएगा और वही वैक्सीन की सुरक्षा के लिए चार गार्ड तैनात रहेंगे.
टीकाकरण के साथ ही इमरजेंसी सेवाएं
वैक्सीनेशन की तैयारियों के बीच इंदौर में इमरजेंसी सेवाएं भी रखी गई हैं, वैक्सीन के आने के बाद इंदौर शहर में तैयारियों के साथ ही इमरजेंसी सेवाएं भी जारी रहेंगी. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए भी प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं.