भोपाल: मध्यप्रदेश में सरकारी कार्यालयों में फाइव डे वीक की व्यवस्था लागू है. यानी सरकारी कर्मचारी अधिकारियों को सप्ताह में 5 दिन काम करना होता है. शनिवार और रविवार को उन्हें अवकाश का लाभ मिलता है. लेकिन अब अधिकारी कर्मचारियों की शनिवार की छुट्टी को खत्म कर दिया गया है और उन्हें काम पर बुलाना शुरू कर दिया गया है. इसको लेकर सहकारिता विभाग ने आदेश भी जारी कर दिए हैं. इसके पीछे की वजह विभाग में क्षमता से कम कर्मचारी अधिकारियों की संख्या बताई गई है. इस वजह से शनिवार की छुट्टी को निरस्त कर दिया गया है. Saturday Holiday Cancel
सहकारिता विभाग ने जारी किया आदेश
भोपाल के सहकारिता विभाग के संयुक्त आयुक्त कार्यालय ने आदेश जारी कर सभी कर्मचारी अधिकारियों को शनिवार को काम पर बुलाया है. इस संबंध में आदेश जारी किया गया है. विभाग के इस आदेश से कर्मचारी अधिकारियों में नाराजगी देखी जा रही है. छुट्टी निरस्त करने के जारी किए गए आदेश में कारण भी बताया गया है. आदेश में कहा गया है कि कार्यालय संयुक्त आयुक्त सहकारिता भोपाल संभाग में कर्मचारियों की संख्या स्वीकृत पदों से काफी कम है.
- कार्यालय संयुक्त आयुक्त सहकारिता में स्वीकृत पद 16 हैं, जबकि सिर्फ 4 कर्मचारी ही काम कर रहे हैं. कार्यालय उपायुक्त सहकारिता भोपाल में स्वीकृत पद 38 हैं, लेकिन कर्मचारी सिर्फ 16 हैं.
- कार्यालय सहायक आयुक्त अंकेक्षण सहकारिता जिला भोपाल में 52 पद स्वीकृत हैं, लेकिन विभाग में सिर्फ 22 कर्मचारी पदस्थ हैं.
- भोपाल जिले में 106 पदों पर सिर्फ 42 कर्मचारी हैं. इसमें से भी 7 कर्मचारी वरिष्ठ कार्यालय में संलग्न हैं. जबकि भोपाल में पंजीकृत सहकारी संस्थाओं की संख्या 2095 है. कर्मचारियों को दूसरे सरकारी कामों से फील्ड पर जाना होता है. विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इसको देखते हुए सभी कर्मचारियों को शनिवार को कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं.
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कर्मचारी संगठनों ने जताया विरोध
उधर, इसका कर्मचारी संगठनों ने विरोध जताया है. तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री उमाशंकर तिवारी के मुताबिक, ''छुट्टी इसलिए दी जाती है कि कर्मचारी अपने परिवार के लिए भी समय निकाल सकें और नई ऊर्जा के साथ काम कर सकें. कर्मचारियों की संख्या कमोवेश हर विभाग में कम हैं, लेकिन इस तरह काम के दवाब को बताकर शनिवार की छुट्टी निरस्त करना कतई ठीक नहीं है.''