इंदौर। दुनिया भर में फैली वैश्विक महामारी से निपटने के लिए पतंजलि योगपीठ और बाबा रामदेव ने दवाई तैयार की है, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बाबा रामदेव की दवाई की जगह प्लाज्मा थेरेपी को प्राथमिकता देने का फैसला किया है. इंदौर में कोरोना के उपचार को लेकर समीक्षा बैठक लेने पहुंचे स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने स्पष्ट किया है कि बाबा रामदेव की दवाई को लेकर कोई भी फैसला किया गया हो, लेकिन भारत सरकार के निर्देशों और सहमति मिलने के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी को ही प्राथमिकता देने का फैसला किया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना के संक्रमण को लेकर पूर्व की कमलनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अन्य राज्यों की तरह ही जमातियों के आने के कारण राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जो अब नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि जो मरीज उपचार के लिए आ रहे हैं, उनकी जांच की रिपोर्ट अब 24 घंटे में आने के निर्देश दिए गए हैं.
पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर भी नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है, उनका कहना था कि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र में 5 रूपए दाम कम करने का दावा किया था, लेकिन उस समय भी पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाकर तत्कालीन सरकार ने आईफा और सलमान के कार्यक्रमों के लिए राशि खर्च की. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार इस राशि को कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के उपचार में खर्च कर रही है.