इंदौर। आर्थिक राजधानी इंदौर में बेकाबू हो चुके कोरोना के संक्रमण के चलते अब इस महामारी के शिकार हुए लोगों की संख्या डेढ़ हजार के आंकड़े को भी पार कर गई है. बीती रात जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन में फिर 28 नए मरीज सामने आए, जिन्हें मिलाकर कुल मरीजों की संख्या 1513 हो चुकी है. इसी प्रकार 4 अन्य मरीजों की मौत की पुष्टि के बाद कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 72 हो चुकी है.
दरअसल इंदौर में कम्युनिटी लेवल पर फैल चुके कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अब जो मरीज पाए जा रहे हैं वो ऐसे मरीज हैं जिनमें इसके लक्षण नहीं दिख रहे, जबकि वो पॉजिटिव हैं. सबसे गंभीर पहलू ये है कि जो मरीज पाए जा रहे हैं उनकी ना तो कोई ट्रैवल हिस्ट्री है ना ही वो किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हैं ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि कोरोना वायरस अब इंदौर में कम्युनिटी लेवल पर फैल चुका है.
स्वास्थ्य विभाग भी इस स्थिति को लेकर परेशान है दूसरी तरफ इन मरीजों के इलाज को लेकर अब नई व्यवस्था करनी पड़ रही है. दरअसल पहले से जो मरीज अस्पतालों में कोरोना के लक्षण सामने आने के बाद भर्ती किए गए, उन्हीं मरीजों के साथ बिना लक्षण वाले पॉजिटिव मरीजों को भी भर्ती किया जा रहा था ऐसी स्थिति में अलग-अलग लक्षण वाले मरीजों को लेकर उपचार में भी परेशानी आ रही थी.
नतीजतन स्वास्थ्य विभाग ने अब कोरोना के उपचार की नई गाइडलाइन के अनुसार मरीजों का इलाज करना तय किया है, जिसके अनुसार अब मरीजों को अलग-अलग रखा जाएगा. इसके लिए कोरोना केयर सेंटर बनाए गए हैं जहां बिना लक्षणों वाले सामान्य मरीजों को रखा जाएगा. इसके अलावा औसत लक्षणों वाले मरीजों को डीसीएससी सेंटर में रखकर उपचार किया जाएगा, जबकि गंभीर मरीजों को पहले से निर्धारित रेड श्रेणी के अस्पतालों में ही रखा जाएगा.
इधर लगातार बढ़ती संख्या के बावजूद विभाग का दावा है कि पूर्व से लिए गए सैंपल की पेंडेंसी खत्म होने के बाद अब संक्रमित मरीजों की संख्या कम होती जाएगी लेकिन इसके विपरीत प्रतिदिन के जो भी सैंपल और टेस्ट लिए जा रहे हैं उनमें मरीजों की संख्या पहले की तरह ही सामान्य तौर पर लगातार बढ़ रही है.