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ममता के बहाने शिवराज को दबाने की तैयारी में विजयवर्गीय, विवादित पोस्टर पर कांग्रेस का बयान - इंदौर

कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत में इंदौर में लगाए गए एक पोस्टर पर बवाल मचा है. पोस्टर में विजयवर्गीय एक टाइगर का गला दबाते दिख रहे हैं और टाइगर के गर्दन के ऊपर के हिस्से में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फोटो लगी है.

कैलाश विजवयर्गीय का विवादित पोस्टर
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Published : Jun 11, 2019, 8:10 PM IST

भोपाल। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत में लगाये गये पोस्टर पर बवाल मच गया है. पोस्टर में विजयवर्गीय एक टाइगर का गला दबाते नजर आ रहे हैं, लेकिन टाइगर के सिर की जगह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फोटो लगी है. जिस पर कांग्रेस के साथ-साथ वन्यप्राणी प्रेमियों ने भी आपत्ति दर्ज कराई है. पोस्टर को वन्य प्राणी संरक्षण कानून का उल्लंघन बताया जा रहा है तो कांग्रेस ने इसे घटिया राजनीति बताया है.

कैलाश विजयवर्गीय के विवादित पोस्टर पर मचा बवाल

कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि इस तरह का पोस्टर लगाना आपत्तिजनक है. बीजेपी ने जिस तरह से ममता बनर्जी का फोटो लगाकर चित्रण किया है, वह एक महिला का अपमान है, जबकि पोस्टर में कैलाश विजयवर्गीय टाइगर का गला दबा रहे हैं. जो वन्यप्राणी उल्लघंन के तहत आता है.

एक तरफ तो बीजेपी के नेता शिवराज सिंह चौहान खुद कहते हैं कि टाइगर जिंदा है, जबकि विजयवर्गीय तो खुद को ही टाइगर कहते हैं. विजयवर्गीय के समर्थक उन्हें टाइगर ऑफ मध्यप्रदेश कहते हैं, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय टाइगर का ही गला दबा रहे हैं.

सलूजा ने कहा कि विजयवर्गीय के समर्थकों को ममता बनर्जी की जगह शिवराज सिंह चौहान की फोटो लगाना चाहिए था क्योंकि इस वक्त कैलाश विजयवर्गीय तो शिवराज सिंह चौहान को ही दबाने में लगे हुए हैं.

इस मामले में वन्य प्राणी प्रेमी अजय दुबे ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय का जो पोस्टर वायरल हुआ है. ये पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर राजनीतिक कटाक्ष के साथ-साथ दुर्लभ प्रजाति के वन्य प्राणी कानून का उल्लघंन भी है. इस पोस्टर के खिलाफ मध्यप्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से कार्रवाई की मांग की गई है क्योंकि किसी भी दुर्लभ प्रजाति वन्यप्राणी के फोटो का इस तरह प्रदर्शन करना और राजनीतिक उपयोग करना गलत है.

ये पोस्टर इंदौर का बताया जा रहा है, पश्चिम बंगाल में बीजेपी को शानदार जीत मिलने के बाद कैलाश विजयवर्गीय इंदौर पुहंचे थे क्योंकि वे बंगाल में बीजेपी के प्रभारी थे. जहां उनके समर्थकों ने विजयवर्गीय के स्वागत में ये पोस्टर लगाया था.

भोपाल। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत में लगाये गये पोस्टर पर बवाल मच गया है. पोस्टर में विजयवर्गीय एक टाइगर का गला दबाते नजर आ रहे हैं, लेकिन टाइगर के सिर की जगह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फोटो लगी है. जिस पर कांग्रेस के साथ-साथ वन्यप्राणी प्रेमियों ने भी आपत्ति दर्ज कराई है. पोस्टर को वन्य प्राणी संरक्षण कानून का उल्लंघन बताया जा रहा है तो कांग्रेस ने इसे घटिया राजनीति बताया है.

कैलाश विजयवर्गीय के विवादित पोस्टर पर मचा बवाल

कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि इस तरह का पोस्टर लगाना आपत्तिजनक है. बीजेपी ने जिस तरह से ममता बनर्जी का फोटो लगाकर चित्रण किया है, वह एक महिला का अपमान है, जबकि पोस्टर में कैलाश विजयवर्गीय टाइगर का गला दबा रहे हैं. जो वन्यप्राणी उल्लघंन के तहत आता है.

एक तरफ तो बीजेपी के नेता शिवराज सिंह चौहान खुद कहते हैं कि टाइगर जिंदा है, जबकि विजयवर्गीय तो खुद को ही टाइगर कहते हैं. विजयवर्गीय के समर्थक उन्हें टाइगर ऑफ मध्यप्रदेश कहते हैं, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय टाइगर का ही गला दबा रहे हैं.

सलूजा ने कहा कि विजयवर्गीय के समर्थकों को ममता बनर्जी की जगह शिवराज सिंह चौहान की फोटो लगाना चाहिए था क्योंकि इस वक्त कैलाश विजयवर्गीय तो शिवराज सिंह चौहान को ही दबाने में लगे हुए हैं.

इस मामले में वन्य प्राणी प्रेमी अजय दुबे ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय का जो पोस्टर वायरल हुआ है. ये पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर राजनीतिक कटाक्ष के साथ-साथ दुर्लभ प्रजाति के वन्य प्राणी कानून का उल्लघंन भी है. इस पोस्टर के खिलाफ मध्यप्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से कार्रवाई की मांग की गई है क्योंकि किसी भी दुर्लभ प्रजाति वन्यप्राणी के फोटो का इस तरह प्रदर्शन करना और राजनीतिक उपयोग करना गलत है.

ये पोस्टर इंदौर का बताया जा रहा है, पश्चिम बंगाल में बीजेपी को शानदार जीत मिलने के बाद कैलाश विजयवर्गीय इंदौर पुहंचे थे क्योंकि वे बंगाल में बीजेपी के प्रभारी थे. जहां उनके समर्थकों ने विजयवर्गीय के स्वागत में ये पोस्टर लगाया था.

कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत में लगे पोस्टर पर सवाल - वन्य प्राणी विशेषज्ञो ने बताया कानून का उल्लंघन तो कांग्रेस ने कहा कि शिवराज का फोटो लगाते तो बेहतर होता।

भोपाल। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत के लिए इंदौर में तरह तरह के जतन किए गए। लेकिन इन सब कार्यक्रमों में एक पोस्टर चर्चा का विषय बना, जिसमें कैलाश विजयवर्गीय एक शेरनी का गला दबाते हुए दिख रहे हैं और उसमें ममता बनर्जी का फोटो है। इस बयान को लेकर कांग्रेस और वन्यप्राणी प्रेमियों ने आपत्ति जतायी है। इस पोस्टर को जहां वन्य प्राणी प्रेमी वन्य प्राणी संरक्षण कानून का उल्लंघन बता रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने  

दरअसल पश्चिम बंगाल में भाजपा का परचम फैलाने वाले राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के आज इंदौर आने पर उनके समर्थकों ने कुछ नए अंदाज में उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट के रास्ते पर जो उनके स्वागत में होर्डिंग लगा है। उसमें एक बड़ा सा चित्र है जिसमें कैलाश दिख रहे हैं। उनको शेरनी का गला दबाते हुए दिखाया गया है। शेरनी के चेहरे पर ममता बनर्जी का फोटो है। समर्थकों ने यह पोस्टर लगाकर यह बताने की कोशिश की है कि बंगाल का टाइगर कैलाश है। जिन्होंने वहां पर वर्षों से दमदारी से राजनीति करने वाली ममता बनर्जी का गला दबा दिया। वहां भाजपा के पास पहले 2 लोकसभा सीटें थी। जो 4 साल मेहनत करके विजयवर्गीय ने भाजपा की झोली में 18 सीटें लाकर रख दी।

वन्य प्राणी प्रेमी अजय दुबे का कहना है कि मप्र में आज हमें देखने को मिला है। कि भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय तेंदुए की फोटो में गला दबा रहे हैं। ये पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर राजनीतिक कटाक्ष था, लेकिन इसमें गंभीर बात ये है कि कैलाश जी जैसे वरिष्ठ नेता ने दुर्लभ प्रजाति के तेंदुए का जो फोटो डाला है, वो वन्य प्राणी कानून का उल्लंघन है। जिसकी शिकायत मध्यप्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से कर कार्यवाही की मांग करी है। क्योकिं किसी भी दुर्लभ प्रजाति के फोटो का इस तरह प्रदर्शन करना और राजनीतिक उपयोग करना गलत हैं। ।

कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा का कहना है कि ये बडा आपत्तिजनक पोस्टर है। एक राजनेता एक महिला के बारे में जिस तरह से ममता बनर्जी का फोटो लगाकर चित्रण किया है। बेहद आपत्तिजनक है, महिलाओं का अपमान है। वहीं कहीं न कहीं ये वन्य जीवों का अपमान है। एक तरफ तो खुद को टाइगर कहते हैं, शिवराजसिंह खुद कहते हैं कि टाइगर बैक और टाइगर जिंदा है। वहीं कैलाश विजयवर्गीय को टाइगर आफ मध्यप्रदेश कहा जाता है। दूसरी तरफ टाइगर को दबा रहे है। बेहतर होता है कि ममता बनर्जी की जगह शिवराज सिंह का फोटो लगाते, क्योकिं अभी कैलाश विजयवर्गीय शिवराजसिंह टाइगर को दबाने में लगे हैं। फोटो गलत लग गया है, फोटो शिवराजसिंह का होना था।  

नोट - इस मामले में अजय दुबे की बाइट उनके पचमढी में  होने के कारण व्हाट्स एप से मंगाई है। इसलिए खबर मेल से भेज रहा हूं। 
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