इंदौर। पुलिस लगातार एडवाइजरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों की धरपकड़ करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि विजय नगर थाना क्षेत्र में एक कंपनी द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. क्राइम ब्रांच और विजय नगर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है. (fraud in indore)
विदेशी मुद्रा के नाम पर ठगी
एडवाइजरी के नाम पर विजय नगर क्षेत्र की एक बिल्डिंग में धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. इस तरह की सूचना विजय नगर पुलिस को मिली और विजयनगर पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच सहित अन्य अधिकारियों को दी. इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से विजय नगर थाना क्षेत्र में मौजूद अपोलो प्रीमियम बिल्डिंग के 904 रिगर्स को मार्किंग ऑफिस में एक कंपनी चलती है, जो विदेशी मुद्रा व्यापार के नाम पर लोगों को ठग रही है. (crime in indore)
सूचना पर पुलिस ने दी दबिश
सूचना पर पुलिस टीम के द्वारा वहां दबिश दी गई. आरोपी अनिल और हरदीप को हिरासत में लिया. इस दौरान कंपनी में मौजूद कंप्यूटर और मोबाइल को भी जब्त किया गया. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि कंपनी के द्वारा सोशल मीडिया पर ऐड कॉलिंग कर व चेन सिस्टम के माध्यम से यह बताकर की फौरन ट्रेडिंग में निवेश करने पर विदेशी मुद्रा में भारी लाभ प्राप्त होगा बोलकर निवेश करवाया जाता था. (foreign currency fraud in indore)
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इस कंपनी के द्वारा बनाए गए फॉरेन ट्रेड के फर्जी खाते में भारतीय मुद्रा डलवा कर ऐप के माध्यम से फर्जी इंडेक्स दिखाकर ट्रेडिंग करवाकर रुपए लिए जाते थे. अभी तक पकड़े गए आरोपियों के द्वारा करोड़ों रुपए की जानकारी लगी है. फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपियों से काफी बारीकी से पूछताछ करने में जुटी है.
सोशल मीडिया से बनाते थे शिकार
इस पूरे मामले में पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह इंस्टाग्राम, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा क्रिस्टो डॉलर आदि मुद्राओं पर व्यापार में निवेश करने के नाम पर विज्ञापन करते थे. इन्हीं माध्यमों से कुछ लोग उनके जाल में फंसे थे. फिर आरोपियों के द्वारा निवेश के नाम पर जमकर पैसा ऐंठ लिया जाता था. इस तरह से अभी तक इन्होंने कई लोगों को ठग लिया है. करोड़ों रुपए भी ऐंठ हैं. कंपनी के एक खाते में 1 वर्ष में तकरीबन बीस करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ है.
दुबई से ऑपरेट होता है सर्वर
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सर्वर को दुबई से ऑपरेट किया जाता है. ऐप को दुबई से ही संचालित किया जाता है. दुबई में बैठे व्यक्ति की मदद से ही आरोपियों के द्वारा विदेशी मुद्रा में निवेश के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा था. पुलिस आने वाले दिनों में दुबई में किस व्यक्ति के द्वारा इस तरह से वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. इसके बारे में जानकारी जुटाने में जुटी हुई है.