इंदौर। जिले में कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने कई गाइडलाइन जारी की है. इसका पालन करवाने के लिए पुलिस ने मुस्तैदी के साथ ड्यूटी करना शूरू कर दी है. शहर के चौक-चौराहें पर चलने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है. गाइडलाइन का पालन न करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई भी कर रही है. इस मामले में कई लोगों को अस्थाई जेल भी भेजा जा चुका है.
नियम को तोड़ने पर होगी अस्थाई जेल
जिले में कोरोना महामारी को रोकने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. जिला प्रशासन पूरी सख्ती के साथ लोगों से इसका पालन भी करवा रहा है. प्रशासन की मुस्तैदी का अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि जिले में सड़कों से लेकर चौक-चौराहों तक, नगर निगम और पुलिस विभाग के कर्मचारी जेल वाहन के साथ घूमते हुए नजर आ रहे हैं. लोगों की थोड़ी सी भी गलती उनके लिए जेल जाने की वजह बन सकती है. पिछले दिनों सुबह-सुबह ही प्रशासन ने कार्रवाई की, जिसमे 100 से अधिक लोगों को जेल भेज दिया गया.
कलेक्टर ने कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने का दिया निर्देश
जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने इस बात की घोषणा की है कि जिले में अब पहले से अधिक कोरोना कर्फ्यू में सख्ती की जाएगी. बेवजह सड़क पर घूमने वाले लोगों को पकड़कर अस्थाई जेल में भेजा जाएगा. उनके निर्देश के बाद से ही शहर की सड़कों पर सख्ती नजर आने लगी है. जगह-जगह पर पुलिस के ने बैरिकेडिंग कर दिया है. सड़क पर आने-जाने वाले लोगों से पूछताछ की जाने लगी है. बेवजह घूमने वालो को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
दुकानों के लिए नई गाइडलाइन, सोमवार- गुरुवार को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक खुलेगी
सख्ती के कारण जरूरी काम से निकलने वाले लोग हो रहे परेशान
पुलिस प्रशासन ने जिस तरह से विभिन्न चौक-चौराहों पर सख्ती की है. उसका खामियाजा जरूरतमंदों को उठाना पड़ रहा है. इंदौर में जैसे कोरोना फैल रहा है वैसे कई परिवारों के मरीज शहर के विभिन्न हॉस्पिटल में भर्ती हैं. लोगों को सुबह-सुबह ही अपने परिजनों का हालचाल जानने के लिए हॉस्पिटल सहित अन्य जगहों पर जाना होता है, लेकिन जिस तरह से पुलिस ने विभिन्न चौराहों पर मोर्चा संभाला है, उससे उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.