इंदौर। मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान अपने एकदिवसीय दौरे पर इंदौर पहुंचे थे. जहां सुबह से कई कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद सीएम दोपहर में खाना खाने के लिए इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में सब्जी बेचने वाली महिला के घर पहुंचे. यहां पर उन्होंने महिला द्वारा बनाए खाने को खाया. वहीं उनके साथ इस दौरान मंत्री उषा ठाकुर व सांसद शंकर लालवानी भी मौजूद रहे.जैसे ही मुख्यमंत्री महिला के घर पर पहुंचे तो सबसे पहले उन्होंने साबुन से हाथ धोए और उसके बाद घर में प्रवेश किया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने एक दिवसीय प्रवास पर जहां कई कार्यक्रमों में शिरकत किया. इस दौरान उन्होंने इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र स्थित भागीरथपुरा पहुंचे. वहां पर रहने वाली राधाबाई नामक महिला के घर पर खाना खाया. उन्होंने किसी तरह की कोई सूचना पहले से राधाबाई को नहीं पहुंचाई थी. इस मामले में राधाबाई को आकस्मिक तरीके से सूचना मिली कि उसके घर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खाना खाने आ रहे हैं.
इसी सूचना के आधार पर महिला ने अपने घर पर तैयारी कर रखी थी. वहीं सीएम शिवराज भी अपने तय समय के अनुसार राधा भाई के घर पहुंचे. राधा बाई द्वारा जो भोजन बनाया गया था, उसे ग्रहण किया. इस दौरान उनके साथ प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर सांसद शंकर लालवानी सहित बीजेपी के कई नेता मौजूद रहे. उन्होंने भी राधा बाई के वहां पर भोजन किया.
महिला सब्जी बेचकर करती है गुजर बसर
बता दें सीएम शिवराज ने जिस राधाबाई के घर पर भोजन किया, वह अपना जीवन यापन गरीबी में करती है. वह सब्जी बेचकर अपना घर चला रही है. उसकी एक बेटी और एक बेटा है. पति भी प्राइवेट काम करता है. महिला को देर रात जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दी सूचना दी थी. महिला ने घर में सीएम के आने की खुशी में कई तरह के व्यंजन भी बनाए हुए थे, लेकिन महिला का कहना था कि मामा द्वारा किसी तरह की कोई अलग से व्यवस्था करने के लिए नहीं कहा गया था.
साधारण खाना ही उनके लिए तैयार किया गया था. उन्होंने हमारे परिवार के साथ आकर खाना खाया. यहीं एक बड़ी उपलब्धियों में से एक है. वहीं जब महिला से पूछा गया कि मामा से किसी तरह की कोई आर्थिक मदद का आश्वासन मिला तो उनका कहना था कि किसी तरह की कोई मदद हमने उनसे नहीं मांगी है, उनका आना ही हमारे लिए सबसे बड़ी मदद है.
दो कमरों के घर रहती है महिला
बता दे सीएम शिवराज जिस राधाबाई के यहां खाना खाने पहुंचे थे. वह महिला मात्र 2 कमरों में गुजर-बसर करती है. उस क्षेत्र में ज्यादातर मजदूर वर्ग का परिवार ही निवास करता है.