इंदौर। दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर आम लोगों के लिए सस्ता और आसान चिकित्सा के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने भी संजीवनी क्लीनिक का शुभारंभ कर दी है. इंदौर में शुरू की गई पहली संजीवनी क्लीनिक में आम मरीजों की सुलभ मेडिकल जांच के अलावा शासकीय अस्पतालों में मिलने वाली तमाम दवाएं निशुल्क प्राप्त होंगी. सीएम कमलानथ ने शनिवार को इंदौर निपानिया में प्रदेश के पहले संजीवनी क्लीनिक का उद्घाटन किया.
संजीवनी क्लीनिक के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा इंदौर के निवासियों को यह भी पता नहीं होगा कि, प्रदेश के आदिवासी क्षेत्र में ग्रामीण जन किस तरह से स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहते हैं. हमारी कोशिश है कि चिकित्सा समूचे समाज को मुहैया हो. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा प्रदेश में खुल रही संजीवनी क्लीनिक मुख्यमंत्री की राइट टू हेल्प जैसी सकारात्मक सोच का परिणाम है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इंदौर के बाद सागर, ग्वालियर और जबलपुर में भी जल्दी संजीवनी क्लीनिक शुभारंभ किए जाएंगे. दूसरे चरण में बाकि संभाग में भी संजीवनी क्लीनिक खोला जाएगा. इस दौरान सीएम कमलनाथ के साथ पहुंचे मंत्री और अधिकारियों ने संजीवनी सामग्री और क्लीनिक की व्यवस्थाओं का भी अवलोकन किया.
गौरतलब है कि इंदौर में 29, भोपाल में 28, जबलपुर में 10, ग्वालियर और उज्जैन में 66, सागर और रीवा में 5 और 4 संजीवनी क्लीनिक बनाए जा रहे हैं. यह केंद्र सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक चलेंगे. इनमें ओपीडी, परामर्श सेवाएं, गर्भवती महिलाओं की जांच, टीकाकरण, रेफरल सेवाएं, संचारी रोग उपचार, शिशु रोग उपचार और कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर के साथ ही मधुमेह की स्क्रीनिंग और इलाज की सुविधा रहेगी.