इंदौर। लगातार तीन बार से स्वच्छता में नंबर वन इंदौर बना हुआ है, वही स्वच्छता में चौका लगाने की तैयारी भी लगभग पूरी की गई थी, लेकिन स्वच्छता सर्वेक्षण का परिणाम आते ही उसके पहले ही देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद भी इंदौर शहर में सफाई को लेकर अभी भी जागरूकता बनी हुई है.
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में देश के टॉप 10 शहरों में शामिल है इंदौर
बता दें की इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या प्रदेश में सबसे अधिक है और कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में देश के टॉप 10 शहरों में इंदौर का नाम शामिल है. एक ओर जहां इंदौर में सभी सरकारी और निजी संस्थान और दफ्तर बंद है तो वहीं 7000 से अधिक ऐसे कर्मचारी हैं जो शहर की स्वच्छता को बरकरार रखने के लिए अभी भी मैदान में डटे हुए हैं. इंदौर नगर निगम की डोर टू डोर कचरा सर्विस लगातार जारी है और शहर के प्रत्येक घर से नगर निगम के द्वारा गीला और सूखा कचरा अभी भी अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है और गाड़ियों के पहुंचने का समय भी पहले की तरह ही निर्धारित है.
क्वॉरेंटाइन इलाकों के लिए अलग से चलाई जा रही है 100 सफाई गाड़ियां
शहर में सफाई करती मशीनें भी लगातार चलाई जा रही हैं और साथ ही क्वॉरेंटाइन इलाकों के लिए अलग की गई 100 गाड़ियां इंदौर शहर में लगातार चलाई जा रही हैं. वही दूसरी ओर जहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो वही पूरी तरह से सील किए जाने वाले क्वॉरेंटाइन इलाकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. जिन इलाकों से कोरोना वायरस मरीज मिले हैं उन इलाकों के कचरे को भी अलग तरीके से एकत्रित कर नष्ट किया जा रहा है. इसके लिए नगर निगम ने 100 गाड़ियों को पूरी प्रणाली से अलग किया है, जिन्हें रोज कचरा एकत्रित करने के बाद भी पूरी तरह से सेनिटाइज किया जाता है.
नगर निगम कर्मचारी पीपीई किट पहनकर कर रहें हैं क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की सफाई
बता दें की इन गाड़ियों के कर्मचारियों को भी कचरे के संपर्क में नहीं आने दिया जाता, इसके साथ ही इंदौर शहर में कोरोना के लक्षण मिलने पर कई लोगों को मैरिज गार्डन और होटलों में भी क्वॉरेंटाइन किया गया है. वहीं कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अपने घरों से अलग रह रहे हैं. ताकि उनके घर पर किसी तरह से बीमारी संपर्क में ना आए और इन क्वॉरेंटाइन सेंटर और होटलों की सफाई का जिम्मा भी नगर निगम कर्मचारियों के हाथ में हैं और इसके साथ ही पीपीई किट पहनकर लगातार नगर निगम के कर्मचारी क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की सफाई कर रहे हैं.