इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब ग्रीन शहर भी बनने की कोशिश में है, यही वजह है कि अब इंदौर में पर्यावरण मित्र कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. पर्यावरण मित्र कार्यक्रम के मद्देनजर हरियाली अमावस्या के दिन शहर भर के लोग विभिन्न स्थानों पर दिन भर में 1 लाख पौधे लगाएंगे. दरअसल दुनिया भर में क्लाइमेट चेंज और प्राकृतिक आपदाओं का हाल वृक्षारोपण ही है, इंदौर ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया अब इस बात को स्वीकार कर रही है. इंदौर में भी बढ़ते तापमान और प्रदूषण की चुनौतियों के चलते अब शहर भर में हरियाली का विस्तार करने की कोशिशें हो रही हैं.
इंदौर के 18 पीसदी हिस्से को ग्रीन करने की कवायद: इंदौर को ग्रीन सिटी इसलिए भी बनाना है क्योंकि वर्तमान में शहर के कुल क्षेत्रफल की दृष्टि से मात्र 10 फीसदी हिस्से में ही हरियाली है, जिसे अब करीब 18 फीसदी करने की कोशिश नगर निगम वन विभाग समेत अन्य जन संगठनों द्वारा की जा रही है. इंदौर नगर निगम ने मंगलवार से इसकी शुरुआत पर्यावरण मित्र अभियान से की है, इस अभियान के जरिए शहर भर के लोग हरियाली अमावस्या यानि की 17 जुलाई को शहर के उन स्थानों पर एक साथ पौधे लगाएंगे, जहां हरियाली की कमी महसूस की जा रही है.
किसी शहर के नागरिकों अथवा जन संगठनों को पर्यावरण मित्र बनाकर एक साथ 1 लाख पौधे लगाने के लिए मंगलवार को इंदौर नगर निगम ने सैकड़ों लोगों को न केवल शपथ दिलाई, बल्कि प्रति व्यक्ति 5 पेड़ लगाने के साथ अन्य अलग-अलग 5 लोगों को भी इतने ही पेड़ लगवाने का संकल्प दिलाया. महापौर पुष्यमित्र भार्गव के कहा कि "इंदौर हरियाली में भी नंबर वन रहे, इसलिए शहर के ग्रीन कावर को डबल करने के लिए वृक्षारोपण किया जाएगा, जो लगातार जारी रहेगा. आज से इसकी शुरुआत हमारे द्वारा 5 पेड़ लगाकर की गई है, इसके अलावा अन्य 5 लोगों को भी 5-5 पेड़ लगाने का संकल्प दिलाया गया है.
इन स्थानों पर लगेंगे इतने पौधे: हरियाली अमावस्या के दिन शहर भर के विभिन्न जन संगठनों और व्यापारिक संगठनों द्वारा एक साथ वृक्षारोपण करने का संकल्प किया गया है जिसमें ट्रेंचिंग ग्राउंड पर 30,000 बिजासन टेकरी पर 20000 पित्र पर्वत 15000 छोटा बांगड़दा 10000 जवाहर टेकरी 5000 सिरपुर झील 5000 फूल मंडी 10000 400 शासकीय स्कूल 20000 सभी शासकीय कार्यालय 5000 शहर के 85 गार्डन में पौधरोपण करीब 5000 की संख्या में किया जाएगा इसके अलावा शहर के अन्य नागरिक अपने अपने स्तर पर हजारों की संख्या में पौधरोपण करेंगे.