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देश के सबसे स्वच्छ शहर में कोरोना की तीसरी लहर से पहले डेंगू के डंक से बेहाल बच्चे!

देश का सबसे साफ-सुथरा शहर इंदौर (Clean City Indore) कोरोना की तीसरी लहर से पहले डेंगू के डंक से परेशान है, लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग संभावित इलाकों में एंटी लार्वा अभियान चला रहा है.

mp dengue infection update
डेंगू का बढ़ता खतरा
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Published : Sep 20, 2021, 12:49 PM IST

इंदौर। कोरोना की तीसरी लहर के पहले ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में पैर पसार रहे डेंगू की चपेट में अब बच्चे भी आ रहे हैं, इंदौर में जिन 266 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, उसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं, जो डेंगू के घातक संक्रमण (Indore Dengue Infection) की चपेट में हैं, लिहाजा डेंगू संभावित इलाकों में अब एंटी लारवा अभियान (Anti Larva Campaign) चलाया जा रहा है.

डेंगू का बढ़ता खतरा

इंदौर में शनिवार को डेंगू के मरीजों की संख्या 225 थी, जोकि रविवार तक नए मरीजों की पुष्टि के साथ ही बढ़कर 266 हो गई है, संक्रमितों में पुरुषों और महिलाओं के अलावा बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं, जो एडिस नामक मच्छर के संक्रमण का शिकार होना बताए जा रहे हैं, फिलहाल शहर के गणेश धाम कॉलोनी सांवेर में निर्मल विजय नगर सहित बर्फानी धाम, शिव सिटी, भवर कुआं, कुशवाह नगर, तीन इमली चौराहा, नायता मुंडला, स्कीम नंबर 140 आदि इलाकों में डेंगू के मरीज मिल चुके हैं. शहरी क्षेत्रों के अलावा अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है, जिसमें खासतौर पर अहिरखेड़ी, बिचोली, मरदाना, अनुराग पूरा, गढ़वाली, धनवाड़, नायता मुंडला, सिमरोल आदि ग्रामीण क्षेत्र हैं, जहां 2 मरीजों से लेकर 5 मरीजों तक को तेज बुखार-खांसी सहित अन्य लक्षणों के साथ डेंगू का संक्रमण पाया गया है.

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सीएमएचओ बीएस सत्या ने बताया कि इंदौर जिले में जो संक्रमण पाया गया है, उसमें मृत्यु दर की आशंका कम है, जिससे खतरे की आशंका कम है. हालांकि, शहर के पालदा समेत अन्य इलाकों में हाल ही में डेंगू से करीब 3 मरीजों की मौत हो चुकी है, ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग अब डेंगू के मच्छरों को मारने के लिए विभिन्न इलाकों में एंटी लारवा अभियान चला रहा है, जहां-जहां संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, वहां 400 से 500 मीटर के दायरे में एरिया को कवर कर डेंगू मुक्ति के लिए अभियान चलाने के लिए स्वास्थ विभाग ने टीमें गठित की हैं, इसके अलावा नगर निगम भी लगातार संभावित क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव एवं डोर-टू-डोर संक्रमण से बचने की सलाह दे रहा है.

35 बच्चों को हुआ संक्रमण

इंदौर जिले के विभिन्न इलाकों में फैल रहा संक्रमण अब तक 35 बच्चों को अपनी चपेट में ले चुका है, जिनमें से कई बच्चों को तेज बुखार-सर्दी-खांसी के कारण विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा है, इंदौर जिले में इस समय औसत बारिश का कोटा पूरा होने की स्थिति के चलते शहर के विभिन्न स्थानों पर जलजमाव जैसी स्थिति निर्मित हो गई है, इसके अलावा कई क्षेत्रों में अथवा सघन क्षेत्रों में बारिश के पानी के जमाव के कारण एडिस नामक मच्छर पैदा हो रहे हैं, जिसके काटने से डेंगू का संक्रमण फैल रहा है.

इंदौर। कोरोना की तीसरी लहर के पहले ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में पैर पसार रहे डेंगू की चपेट में अब बच्चे भी आ रहे हैं, इंदौर में जिन 266 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, उसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं, जो डेंगू के घातक संक्रमण (Indore Dengue Infection) की चपेट में हैं, लिहाजा डेंगू संभावित इलाकों में अब एंटी लारवा अभियान (Anti Larva Campaign) चलाया जा रहा है.

डेंगू का बढ़ता खतरा

इंदौर में शनिवार को डेंगू के मरीजों की संख्या 225 थी, जोकि रविवार तक नए मरीजों की पुष्टि के साथ ही बढ़कर 266 हो गई है, संक्रमितों में पुरुषों और महिलाओं के अलावा बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं, जो एडिस नामक मच्छर के संक्रमण का शिकार होना बताए जा रहे हैं, फिलहाल शहर के गणेश धाम कॉलोनी सांवेर में निर्मल विजय नगर सहित बर्फानी धाम, शिव सिटी, भवर कुआं, कुशवाह नगर, तीन इमली चौराहा, नायता मुंडला, स्कीम नंबर 140 आदि इलाकों में डेंगू के मरीज मिल चुके हैं. शहरी क्षेत्रों के अलावा अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है, जिसमें खासतौर पर अहिरखेड़ी, बिचोली, मरदाना, अनुराग पूरा, गढ़वाली, धनवाड़, नायता मुंडला, सिमरोल आदि ग्रामीण क्षेत्र हैं, जहां 2 मरीजों से लेकर 5 मरीजों तक को तेज बुखार-खांसी सहित अन्य लक्षणों के साथ डेंगू का संक्रमण पाया गया है.

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सीएमएचओ बीएस सत्या ने बताया कि इंदौर जिले में जो संक्रमण पाया गया है, उसमें मृत्यु दर की आशंका कम है, जिससे खतरे की आशंका कम है. हालांकि, शहर के पालदा समेत अन्य इलाकों में हाल ही में डेंगू से करीब 3 मरीजों की मौत हो चुकी है, ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग अब डेंगू के मच्छरों को मारने के लिए विभिन्न इलाकों में एंटी लारवा अभियान चला रहा है, जहां-जहां संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, वहां 400 से 500 मीटर के दायरे में एरिया को कवर कर डेंगू मुक्ति के लिए अभियान चलाने के लिए स्वास्थ विभाग ने टीमें गठित की हैं, इसके अलावा नगर निगम भी लगातार संभावित क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव एवं डोर-टू-डोर संक्रमण से बचने की सलाह दे रहा है.

35 बच्चों को हुआ संक्रमण

इंदौर जिले के विभिन्न इलाकों में फैल रहा संक्रमण अब तक 35 बच्चों को अपनी चपेट में ले चुका है, जिनमें से कई बच्चों को तेज बुखार-सर्दी-खांसी के कारण विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा है, इंदौर जिले में इस समय औसत बारिश का कोटा पूरा होने की स्थिति के चलते शहर के विभिन्न स्थानों पर जलजमाव जैसी स्थिति निर्मित हो गई है, इसके अलावा कई क्षेत्रों में अथवा सघन क्षेत्रों में बारिश के पानी के जमाव के कारण एडिस नामक मच्छर पैदा हो रहे हैं, जिसके काटने से डेंगू का संक्रमण फैल रहा है.

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