इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न विभागों में प्रवेश प्रक्रिया को संचालित किया जा रहा है. विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष सीईटी के माध्यम से प्रोफेशनल कोर्स में प्रवेश दिया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते सीईटी परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था. अब मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जा रहा है.
कोरोना संक्रमण का असर इस वर्ष प्रवेश प्रक्रिया पर देखने को मिल रहा है. जहां हर वर्ष देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में प्रवेश प्रक्रिया में छात्रों में उत्साह देखा जाता है, लेकिन इस बार हर वर्ष की अपेक्षा छात्रों में कम उत्साह देखा जा रहा है.
अब तक केवल 6 हजार छात्रों द्वारा ही प्रवेश के लिए पंजीयन कराया गया है. हालांकि विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए पंजीयन कराने की अंतिम तिथि 13 सितंबर रखी गई है. 13 सितंबर के बाद विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में काउंसलिंग के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया संचालित की जाएगी.
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ अनिल शर्मा के अनुसार हर वर्ष सिईटी के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया संचालित की जाती हैं, लेकिन इस साल कोरोना के चलते सीईटी परीक्षा को निरस्त किया गया है. वर्तमान में प्रोफेशनल कोर्स में छात्रों का अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है. हालांकि अंतिम तिथि में समय बाकी है. ऐसे में प्रवेश की स्थिति अंतिम तिथि के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी.