इंदौर। मध्यप्रदेश में होने विधानसभा उपचुनाव से पहले बयानबाजियों का दौर तेज हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मध्यप्रदेश को 'बिकाऊ प्रदेश' बताने वाले बयान पर बवाल खड़ा हो गया है.कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने कमलनाथ पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि जो जैसा होता है, उसे वैसा ही नजर आता है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि एक मशहूर गीत है चोरों को सब चोर नजर आते हैं.
529 परिवारों को मिला पट्टा
महू तहसील के 590 ऐसे परिवार हैं जो वन विभाग की जमीन पर कई सालों से अपना दावा कर रहे हैं. कैबिनेट मंत्री ने ऐसे 529 परिवारों को जमीन के पट्टे बांटे. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के जन्मदिन सेवा सप्ताह के रूप में मनाया गया. इसी कड़ी में महू के अंबेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में आदिवासियों को वन अधिकार के तहत ये पट्टे दिए गए हैं. कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट समेत तमाम प्रशासनिक अमला मौजूद रहा.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी पर साधा था निशाना
बता दें कि सुरखी की पूर्व विधायक पारुल साहू ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि आज शर्म आती है, जब देश में मध्यप्रदेश का नाम बिकाऊ राजनीति के लिए आता है. भाजपा यह समझ ले कि कुछ नेता बिक जरूर सकते हैं, पर प्रदेश के ईमानदार मतदाताओं के ईमान को भाजपा कभी खरीद नहीं सकती. भाजपा ने प्रदेश में संविधान और प्रजातंत्र के साथ खिलवाड़ किया है. इसका फैसला जनता इस उपचुनाव में करेगी.
सीएम शिवराज ने की मांफी की मांग
सीएम शिवराज सिंह चौहान भी पूर्व सीएम कमलनाथ के बयान की निंदा कर चुके हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि 'वो व्यक्ति जो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, वो व्यक्ति जो 1980 से लगातार मध्यप्रदेश से सांसद रहे और उसी के कारण केंद्रीय मंत्री रहे, उन्होंने मध्यप्रदेश को बिकाऊ प्रदेश बोलकर 8 करोड़ जनता का अपमान किया है. कमलनाथ जी को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.