इंदौर। कोरोना के चलते लॉकडाउन से जहां देशभर में प्रदूषण कम हुआ है. वहीं अब किसान गेहूं काटने के बाद खेतों में बची नरवाई (पराली) को जलाकर चारों और प्रदूषण फैला रहे हैं. इंदौर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी नरवाई जलाने से हवा के जरिए जला हुआ कचरा शहर भर में फैल रहा है. जिससे परेशान प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने एडवाइजरी जारी की है.
दरअसल गर्मियों के दिनों में गेहूं की फसल काटने के बाद खेतों में सफाई के लिहाज से किसान अब हर साल के जैसे खेतों में नरवाई जला रहे हैं. जिसके कारण ना केवल तापमान बढ़ रहा है. बल्कि चारों तरफ जला हुआ कचरा और प्रदूषण फैल रहा है. इसके कारण प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हो रही है. प्रदूषण नियंत्रण मंडल की मानें तो लॉकडाउन के दौरान शहर में प्रदूषण का स्तर 60 से 70 फीसदी कम हुआ है. लेकिन अब नरवाई जलाकर किसान लगातार प्रदूषण फैला रहे हैं. विभाग ने आशंका जताई है कि प्रदूषण फैलाने के कारण कोरोना पर नियंत्रण मुश्किल होगा. इसलिए किसानों को शहर के अन्य लोगों की परवाह करते हुए तत्काल नरवाई जलाने पर रोक लगाना चाहिए.
नरवाई जलाने से इंदौर में बढ़ा प्रदूषण, शहर में बढ़ रहा तापमान - प्रदूषण फैल रहा
इंदौर के आसपास के गांव के खेतों में किसान गेहूं काटने के बाद खेतों में बची नरवाई जला रहे हैं. जिससे चारों और प्रदूषण फैल रहा हैं. वही प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने तत्काल नरवाई जलाने पर रोक लगाने की बात कही है.
इंदौर। कोरोना के चलते लॉकडाउन से जहां देशभर में प्रदूषण कम हुआ है. वहीं अब किसान गेहूं काटने के बाद खेतों में बची नरवाई (पराली) को जलाकर चारों और प्रदूषण फैला रहे हैं. इंदौर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी नरवाई जलाने से हवा के जरिए जला हुआ कचरा शहर भर में फैल रहा है. जिससे परेशान प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने एडवाइजरी जारी की है.
दरअसल गर्मियों के दिनों में गेहूं की फसल काटने के बाद खेतों में सफाई के लिहाज से किसान अब हर साल के जैसे खेतों में नरवाई जला रहे हैं. जिसके कारण ना केवल तापमान बढ़ रहा है. बल्कि चारों तरफ जला हुआ कचरा और प्रदूषण फैल रहा है. इसके कारण प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हो रही है. प्रदूषण नियंत्रण मंडल की मानें तो लॉकडाउन के दौरान शहर में प्रदूषण का स्तर 60 से 70 फीसदी कम हुआ है. लेकिन अब नरवाई जलाकर किसान लगातार प्रदूषण फैला रहे हैं. विभाग ने आशंका जताई है कि प्रदूषण फैलाने के कारण कोरोना पर नियंत्रण मुश्किल होगा. इसलिए किसानों को शहर के अन्य लोगों की परवाह करते हुए तत्काल नरवाई जलाने पर रोक लगाना चाहिए.