इंदौर। कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय इंदौर व आसपास के सैलानियों के लिए एक बड़ा केंद्र है, प्राणी संग्रहालय द्वारा भी सैलानियों के लिए लगातार नए जानवरों को लाने के लिए कवायद की जाती रही है. एक बार फिर कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में प्रोग्राम के तहत ब्लैक टाइगर और व्हाइट टाइगर लाने की कवायद की जा रही है.
इंदौर की कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव के अनुसार एक्सचेंज प्रोग्राम कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय और नंदन कानन जू ओडिशा के बीच किया जा रहा है. जिसमें इंदौर कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय को नंदन कानन जू से एक व्हाइट टाइगर और एक मेलानिस्टिक ब्लैक टाइगर मिलेगा. इसके बदले में कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय से 2 फीमेल लायन, 2 मेल भेड़िए, एक लोमड़ी और दो घड़ियाल दिए जा रहे हैं. जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. कुछ समय पहले यहां ऑस्टरिच का जोड़ा लाया गया था, यह ऑस्टरिच दुनिया के सबसे बड़े पक्षियों में शामिल हैं. वहीं अब लगातार कई नए जानवरों को लाने की कवायद की जा रही है.
- विलुप्त प्रजाति के भेड़िए ने 9 बच्चों को दिया जन्म
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में बीते दिनों भेड़िए ने 9 बच्चों को जन्म दिया था. यह भेड़िए की प्रजाति विलुप्त होने की कगार पर है. एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दो मेल भेड़ियों को भी ओडिशा के नंदनकानन जू को दिया जाएगा. बीते दिनों भेड़ियों के कुनबे में हुई वृद्धि से आने वाले दिनों में अन्य एक्सचेंज प्रोग्राम को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
नए जानवरों के लिए बना अलग पिंजरा
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ उत्तम यादव के अनुसार एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत रूम में लाए जा रहे, व्हाइट टाइगर और मेलेनिस्टिक ब्लैक टाइगर के लिए तैयार किए जा रहे पिंजरे का काम लगभग पूरा हो चुका है. यह पिंजरे जू के अलग-अलग स्थान पर तैयार किए गए हैं. जू में लाए जा रहे यह दो नए टाइगर सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगे. सामान्य तौर पर टाइगर पीले कलर के होते हैं. ऐसे में व्हाइट टाइगर और ब्लैक धारियों वाला टाइगर सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा. जल्द ही यह दोनों नए जानवर सैलानियों को देखने को मिलेंगे, जो सैलानियों को काफी पसंद आने की उम्मीद जताई जा रही है.