इंदौर। एडुनिवर्सल रैंकिंग के अंतर्गत दुनियाभर के नौ भौगोलिक क्षेत्रों के 153 देशों के शीर्ष बिजनेस स्कूलों की रैंकिंग की जाती है. इस रैंकिंग में डीन वोट भी अत्यधिक महत्व रखता है. जिसमें दुनियाभर के विभिन्न अकादमिक डीन चयनित बिज़नेस स्कूलों के लिए वोट देते हैं. जिसके आधार पर पाम्स की श्रेणी तय होती है. आईआईएम का अगला लक्ष्य 5 पाम्स श्रेणी में आना है. आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने बताया कि हम इस वर्ष भी 4 पाम्स ऑफ़ एक्सीलेंस कैटेगरी में अपना स्थान बनाए रखने में संस्थान को गर्व है.
8 देशों के साथ साझेदारी : प्रो.हिमांशु राय का कहना है कि ये हमारे सभी विद्यार्थियों फैकल्टी और संस्थान के सभी हितधारकों के परिश्रम का फल है. आईआईएम इंदौर के 18 देशों के 45 शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी है और यह इसकी अंतर्राष्ट्रीय स्थिति को भी मजबूत करता है. उन्होंने कहा कि अगले लक्ष्य के लिए एक जटिल प्रक्रिया है. जिसमें विश्व स्तर पर एक हजार सर्वश्रेष्ठ बिजनेस स्कूलों का चयन शामिल है. इसके बाद प्रत्येक संस्थान को पाम्स ऑफ एक्सीलेंस अवार्ड्स दिए जाते हैं. इसके निर्णय में डीन वोट शामिल होता है, जो दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ बिजनेस स्कूलों के अकादमिक विशेषज्ञों की सिफारिशों को सम्मिलित करता है.
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ये उपलब्धि भी : उन्होंने बताया कि वर्ष आईआईएम इंदौर ने मध्य एशिया में सामान्य प्रबंधन की श्रेणी में अपने पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (पीजीपी) के लिए रैंक 6 (सभी आईआईएम की श्रेणी में प्रथम और देश में 5वां स्थान) और मध्य एशिया में कार्यकारी एमबीए के लिए अपने कार्यकारी पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (ईपीजीपी) के लिए रैंक 12 (सभी आईआईएम की श्रेणी में पांचवां और देश में 9वां स्थान) प्राप्त किया है. आईआईएम इंदौर का लक्ष्य प्रासंगिक बिज़नेस स्कूल बने रहना है.