भोपाल। हिंदू राष्ट्र और हिंदुत्व को लेकर दिए गए बयान से जुड़े सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भड़क उठे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''कमलनाथ का बयान मीडिया और बीजेपी ने गलत तरह से पेश किया है.'' दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''मेरा सवाल देश के प्रधानमंत्री से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और तमाम उन नेताओं से है कि क्या उन्होंने संविधान की शपथ ली है, तो फिर हिंदू राष्ट्र की.'' दरअसल हिंदू और हिंदुत्व को लेकर पूरी बहस की शुरुआत पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा दिए गए एक बयान से हुई थी.
इस बयान से शुरू हुआ था विवाद: दरअसल पिछले दिनों छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में हिंदुत्व को लेकर बयान दिया था. कमलनाथ से जब पूछा गया था कि महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हमेशा हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं तो इसके जवाब में कमलनाथ ने बयान दिया था कि ''देश में 80 फीसदी हिंदू है तो यह पहले से ही हिंदू राष्ट्र है इसे और बताने की क्या जरूरत है.'' कमलनाथ के इस बयान को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई थी. हालांकि बाद में दिग्विजय सिंह बचाव में उतरे और उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि ''कमलनाथ का बयान बीजेपी द्वारा गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है. जबकि वह साफ कह चुके हैं कि देश के संविधान में सबको समान अधिकार है और वही हमारी ताकत है.''
दिग्विजय सिंह ने दिया था यह बयान: कमलनाथ के इस बयान को लेकर दिग्विजय सिंह ने 1 दिन पहले कर्नाटक की हुबली में बयान दिया था कि ''नरम या कट्टर हिंदुत्व जैसी कोई चीज नहीं होती. हिंदुत्व शब्द के रचयिता सावरकर हैं और उन्होंने ही कहा है कि हिंदुत्व का हिंदू धर्म या सनातन धर्म से कोई संबंध नहीं. संविधान की शपथ लेकर काम करने वाला व्यक्ति भी हिंदू राष्ट्र की बात करता है तो उन्हें सबसे पहले अपने पद से इस्तीफा दे देने चाहिए. इसके बाद ही इसको लेकर कुछ कहना चाहिए.''