इंदौर। निगमकर्मी से मारपीट के मामले में बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय की रविवार सुबह रिहाई हो गयी है. रिहा होने के बाद आकाश समर्थकों के साथ इंदौर स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. ईटीवी भारत से चर्चा के दौरान उन्होंने 'पहले निवेदन, आवेदन और फिर दे दानदन' के सवाल पर कहा कि गांधीजी के बताए मार्गों पर चलने का प्रयास करूंगा, जनता के लिए हमेशा खड़ा रहूंगा.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर-3 से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि वह जनता की समस्या संबंधित जितने मामले होंगे, उसमें हमेशा मैदान में रहेंगे. शादीशुदा जीवन का हवाला देते हुये आकाश ने कहा कि आने वाले समय में वैवाहिक जीवन का ध्यान रखते हुए आगे बढ़ना है.
जेल से रिहा होने के बाद उन्हें एक तरह से अपने शादीशुदा जीवन का ख्याल आया जिसके बाद उन्होंने इस तरह की घटनाओं से तौबा कर ली. फिलहाल अब देखना होगा कि आकाश विजयवर्गी अब किस तरह से आगे जनता की समस्याओं को उठाते हैं. निगम से मारपीट के मामले में वह बीते 4 दिनों से इंदौर जेल में बंद थे.