इंदौर। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के कारण सियासी उठा-पटक जारी है. इसी कड़ी में इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा सीट में एक नया मोड़ आया है. सांवेर विधानसभा सीट से बीजेपी से बागी होकर शिवसेना से अपना फॉर्म भरने वाले जगमोहन वर्मा ने अपने नाम वापसी की घोषणा की है. बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय लगातार जगमोहन वर्मा के घर जाकर उन्हें मनाने की कोशिशें कर रहे थे, जिसके बाद जगमोहन वर्मा ने फिर से बीजेपी ज्वाइन करने और अपने नाम वापस लेने की घोषणा की है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता जगमोहन वर्मा ने सांवेर से शिवसेना प्रत्याशी के तौर पर फॉर्म भरा था. रविवार से जगमोहन वर्मा सांवेर विधानसभा के अलग-अलग इलाकों में जनसंपर्क शुरू करने वाले थे. जगमोहन वर्मा ने जैसे ही शिवसेना से नामांकन भरने की घोषणा उसके बाद से ही बीजेपी में हलचल थी और उन्हें मनाने के लगातार कोशिशें की जा रही थीं.
ये भी पढ़ें- उज्जैन शराब कांड: SP, ASP और CSP पर गिरी गाज, CM शिवराज ने दिए कार्रवाई के निर्देश
रविवार सुबह बीजेपी के विधायक रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय जगमोहन वर्मा के घर पहुंचे और उनसे चर्चा की साथ ही जगमोहन वर्मा ने हम्मालों की उठाई जा रही मांगों पर जल्द ही चर्चा कर निर्णय लेने के बात भी कही है. वहीं बीजेपी विधायकों से आश्वासन मिलने के बाद जगमोहन वर्मा ने भी शिवसेना से प्रत्याशी के तौर पर भरे गए फॉर्म को वापस लेने की घोषणा की और बीजेपी को फिर से ज्वाइन कर लिया है.
शिवसेना से उम्मीदवार के तौर पर जगमोहन वर्मा को तुलसी सिलावट के लिए चुनौती माना जा रहा था, यही कारण है कि बीजेपी के तमाम बड़े नेता पिछले कई दिनों से जगमोहन वर्मा को मनाने की कोशिशों में जुटे हुए थे.
ये भी पढ़ें-इंदौर: कांग्रेस प्रत्याशी ने अधिकारियों पर लगाया बीजेपी के दबाव में काम करने का आरोप
जगमोहन वर्मा लगातार पालदा इलाके में हम्मालों की मांगों को लेकर अपनी मांग उठा रहे थे, लेकिन मांग नहीं माने जाने पर उन्होंने शिवसेना से निर्दलीय फॉर्म भरा था.