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MDMA ड्रग्स अपडेट:आरोपियों के तार राजस्थान से भी जुड़े,जल्द हो सकता है बड़ा खुलासा

एमडीएमए ड्रग्स मामले में एक और नया खुलासा हुआ है. पूछताछ के दौरान आरोपी वेद प्रकाश और दिनेश अग्रवाल ने राजस्थान के लाला गिरोह से जुड़े होने की जानकारी दी है. आरोपियों से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने ड्रग्स तस्कर के गिरोह के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

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Published : Jan 17, 2021, 1:02 PM IST

Updated : Jan 17, 2021, 2:25 PM IST

File photo
फाइल फोटो

इंदौर। 70 करोड़ की एमडीएमए ड्रग्स मामले में पकड़े गए आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई है. इस दौरान आरोपी वेद प्रकाश और दिनेश अग्रवाल दोनों आरोपियों के द्वारा कई तरह की जानकारी भी पुलिस को दी है. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि राजस्थान के भी कुछ लोग ड्रग्स तस्कर से जुड़े हुए थे और उन के माध्यम से भी वह इस ड्रग्स को सप्लाई करते थे. जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान की सीमा से सटे कुछ आरोपियों को चिन्हित किया और उन्हें हिरासत में भी ले लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं पुलिस इस पूरे मामले में जल्द ही बड़ा खुलासा भी कर सकती है.

पूछताछ में पुलिस को मिली अहम जानकारी
पूछताछ में आरोपी वेद प्रकाश ने पुलिस को यह भी जानकारी दी कि वह इंदौर में स्थित दवा बाजार में एक दुकान भी संचालित करता था और इस दुकान से बैठकर वह ड्रग्स तस्करों को ड्रग्स सप्लाई करता था. दवा बाजार के तीसरी मंजिल पर मौजूद दुकान के बाहर वेदप्रकाश ने पैराडाइम नामक एक एजेंसी संचालित कर रहा था, लेकिन जैसे ही वेद प्रकाश पुलिस की गिरफ्त में आया तो उसके लोगों ने उस दुकान पर से उसका नाम और एजेंसी का नाम हटा दिया. वहीं यह भी बताया जा रहा है कि पैराडाइज एजेंसी के नाम से कुछ जेनेरिक दवाइयां और सर्जिकल आइटम बेचे जाते थे. फिलहाल जिस तरह से दवा बाजार में बैठ कर आरोपी वेद प्रकाश ड्रग्स तस्करी का गोरखधंधा कर रहा था. वह भी कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. इस मामले में पुलिस व्यापारी एसोसिएशन से भी पूछताछ कर सकती है।.

हैदराबाद के स्थनीय कारोबारियों का लगा पैसा
इंदौर पुलिस ने ड्रग तस्कर वेद प्रकाश के हैदराबाद के विभिन्न ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी. इस दौरान कई तरह के दस्तावेज पुलिस को बरामद हुए थे. उन दस्तावेजों की जांच में यह बात सामने आई कि हैदराबाद के कई स्थानीय कारोबारियों ने वेद प्रकाश की दवा कंपनी में पैसा लगा रखा था. फिलहाल दस्तावेजों के आधार पर पुलिस ने हैदराबाद के कुछ व्यापारियों को चिन्हित किया है. जिनसे आने वाले समय में पूछताछ की जा सकती है. इसके पहले इंदौर के पोलोग्राउंड क्षेत्र में भी इसी तरह से एक सिंथेटिक ड्रग्स बनाने वाली कंपनी पर डीआरआई की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी और उस दौरान भी यह बात सामने आई थी कि स्थानीय कारोबारी ऐसे लोगों को मदद करते हैं. जिसके कारण बड़े स्तर पर ड्रग की तस्करी की जाती है.

अंडरवर्ल्ड कनेक्शन आ रहा सामने

वहीं ड्रग तस्करी में पकड़े गए आरोपियों ने जिस तरह से राजस्थान की सीमा से जुड़े हुए कुछ गिरोह के नाम बताएं है, उसमें एक नाम सबसे ज्यादा सामने आ रहा है. वह है राजस्थान के लाला गिरोह का. बता दें लाला गिरोह राजस्थान, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में बड़े स्तर पर कोकिन,अफीम की सप्लाई करता है. वही इसका कनेक्शन अंडरवर्ल्ड से भी है. फिलहाल पुलिस लगातार इस गिरोह को पकड़ने में जुटी हुई है और एक टीम लगातार राजस्थान के विभिन्न जगह पर डेरा डाले हुए भी है. इस गिरोह से जुड़े कुछ लोगों को भी पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है.

क्या है पूरा मामला?

पिछले दिनों इंदौर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए करीब 70 किलो एमडीएमए ड्रग के साथ 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस ड्रग्स की कीमत करीब 70 करोड़ रुपए आंकी गई है. ड्रग्स की इस खेप का हैदराबाद कनेक्शन भी निकला था. आरोपी इसे यहां से दक्षिण अफ्रीका भेजने की फिराक में थे.

क्या है MDMA ?

हाई प्रोफाइल पार्टीज में MDMA ड्रग्स बड़े पैमाने पर लिया जाता है. इसे पार्टी ड्रग्स भी कहते हैं. शॉर्ट फॉर्म में इसे MD कहा जाता है. पार्टी के हिसाब से इसका दाम तय होता है. इस ड्रग की इंटनेशनल मार्केट में बड़े स्तर पर तस्करी होती है. MDMA यानि मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन को आमतौर पर एक्सटेसी भी कहा जाता है. ये उत्साहित करने, भ्रामक स्थितियां पैदा करने, शक्ति और सुकून महसूस कराने का काम करती है.

इंदौर। 70 करोड़ की एमडीएमए ड्रग्स मामले में पकड़े गए आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई है. इस दौरान आरोपी वेद प्रकाश और दिनेश अग्रवाल दोनों आरोपियों के द्वारा कई तरह की जानकारी भी पुलिस को दी है. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि राजस्थान के भी कुछ लोग ड्रग्स तस्कर से जुड़े हुए थे और उन के माध्यम से भी वह इस ड्रग्स को सप्लाई करते थे. जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान की सीमा से सटे कुछ आरोपियों को चिन्हित किया और उन्हें हिरासत में भी ले लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं पुलिस इस पूरे मामले में जल्द ही बड़ा खुलासा भी कर सकती है.

पूछताछ में पुलिस को मिली अहम जानकारी
पूछताछ में आरोपी वेद प्रकाश ने पुलिस को यह भी जानकारी दी कि वह इंदौर में स्थित दवा बाजार में एक दुकान भी संचालित करता था और इस दुकान से बैठकर वह ड्रग्स तस्करों को ड्रग्स सप्लाई करता था. दवा बाजार के तीसरी मंजिल पर मौजूद दुकान के बाहर वेदप्रकाश ने पैराडाइम नामक एक एजेंसी संचालित कर रहा था, लेकिन जैसे ही वेद प्रकाश पुलिस की गिरफ्त में आया तो उसके लोगों ने उस दुकान पर से उसका नाम और एजेंसी का नाम हटा दिया. वहीं यह भी बताया जा रहा है कि पैराडाइज एजेंसी के नाम से कुछ जेनेरिक दवाइयां और सर्जिकल आइटम बेचे जाते थे. फिलहाल जिस तरह से दवा बाजार में बैठ कर आरोपी वेद प्रकाश ड्रग्स तस्करी का गोरखधंधा कर रहा था. वह भी कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. इस मामले में पुलिस व्यापारी एसोसिएशन से भी पूछताछ कर सकती है।.

हैदराबाद के स्थनीय कारोबारियों का लगा पैसा
इंदौर पुलिस ने ड्रग तस्कर वेद प्रकाश के हैदराबाद के विभिन्न ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी. इस दौरान कई तरह के दस्तावेज पुलिस को बरामद हुए थे. उन दस्तावेजों की जांच में यह बात सामने आई कि हैदराबाद के कई स्थानीय कारोबारियों ने वेद प्रकाश की दवा कंपनी में पैसा लगा रखा था. फिलहाल दस्तावेजों के आधार पर पुलिस ने हैदराबाद के कुछ व्यापारियों को चिन्हित किया है. जिनसे आने वाले समय में पूछताछ की जा सकती है. इसके पहले इंदौर के पोलोग्राउंड क्षेत्र में भी इसी तरह से एक सिंथेटिक ड्रग्स बनाने वाली कंपनी पर डीआरआई की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी और उस दौरान भी यह बात सामने आई थी कि स्थानीय कारोबारी ऐसे लोगों को मदद करते हैं. जिसके कारण बड़े स्तर पर ड्रग की तस्करी की जाती है.

अंडरवर्ल्ड कनेक्शन आ रहा सामने

वहीं ड्रग तस्करी में पकड़े गए आरोपियों ने जिस तरह से राजस्थान की सीमा से जुड़े हुए कुछ गिरोह के नाम बताएं है, उसमें एक नाम सबसे ज्यादा सामने आ रहा है. वह है राजस्थान के लाला गिरोह का. बता दें लाला गिरोह राजस्थान, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में बड़े स्तर पर कोकिन,अफीम की सप्लाई करता है. वही इसका कनेक्शन अंडरवर्ल्ड से भी है. फिलहाल पुलिस लगातार इस गिरोह को पकड़ने में जुटी हुई है और एक टीम लगातार राजस्थान के विभिन्न जगह पर डेरा डाले हुए भी है. इस गिरोह से जुड़े कुछ लोगों को भी पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है.

क्या है पूरा मामला?

पिछले दिनों इंदौर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए करीब 70 किलो एमडीएमए ड्रग के साथ 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस ड्रग्स की कीमत करीब 70 करोड़ रुपए आंकी गई है. ड्रग्स की इस खेप का हैदराबाद कनेक्शन भी निकला था. आरोपी इसे यहां से दक्षिण अफ्रीका भेजने की फिराक में थे.

क्या है MDMA ?

हाई प्रोफाइल पार्टीज में MDMA ड्रग्स बड़े पैमाने पर लिया जाता है. इसे पार्टी ड्रग्स भी कहते हैं. शॉर्ट फॉर्म में इसे MD कहा जाता है. पार्टी के हिसाब से इसका दाम तय होता है. इस ड्रग की इंटनेशनल मार्केट में बड़े स्तर पर तस्करी होती है. MDMA यानि मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन को आमतौर पर एक्सटेसी भी कहा जाता है. ये उत्साहित करने, भ्रामक स्थितियां पैदा करने, शक्ति और सुकून महसूस कराने का काम करती है.

Last Updated : Jan 17, 2021, 2:25 PM IST
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