इंदौर। एमवाय हॉस्पिटल में एक लापरवाही का मामला सामने आया हैं. एक युवक का पोस्टमार्टम इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में होना था लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक की बॉडी ही बदल गई. वहीं जब परिजन पूरे मामले की शिकायत लेकर संबंधित अधिकारियों के पास पहुंचे तो अधिकारियों ने गोलमोल जवाब देकर उन्हें वहां से भगा दिया.
एमवाय हॉस्पिटल में सोनकच्छ के रहने वाले एक युवक को इलाज के लिए भर्ती किया गया था लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि युवक ने एसिड पी लिया था. जिसके बादल परिजनों ने उसे आनन-फानन में इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद जब परिजन उसकी बॉडी लेने गए तो देखकर हैरान रह गए. जब उन्होंने देखा कि यह बॉडी उनकी नहीं है तो उन्होंने असली बॉडी लाने को कहा. लेकिन अस्पताल प्रंबधन ने कहा कि यही बॉडी है और जाकर इसका अंतिम संस्कार कर दू. लेकिन परिजनों असली बॉडी के लिए डटे रहे तब डॉक्टरों ने कहा कि बॉडी चाहिए तो शमशान जाकर बॉडी को पहचान लो.
इस मामले में परिजनों का डॉक्टरों पर आरोप है कि डॉक्टरों ने परिजनों से कहा कि जो बॉडी यहां पर रखी हुई है. उसे ही अपने बेटे की बॉडी समझ कर जला दो. वहीं इस बात भी सामने आ रही है कि अधिकारियों ने संबंधित परिजनों को बॉडी का अंतिम संस्कार कर दिया है. वहीं आला अधिकारी से जब पूरे मामले में बात करने की कोशिश की तो वह पूरे मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए.
बता दें इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में इस तरह की लापरवाही पहली बार सामने नहीं आई है. इससे पहले कई बार इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. पीड़ित न्याय के लिए दर दर भटकने को मजबूर है.